Move to Jagran APP

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले जेल से हुए रिहा श्रीकांत पुजारी, कहा- '19 तारीख को जरूर जाऊंगा अयोध्या'

रामजन्मभूमि मामले में गिरफ्तार किए गए श्रीकांत पुजारी को कर्नाटक की हुबली कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है। जिसके बाद आज उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है। उनके स्वागत के लिए वीएचपी के कई नेता जेल पहुंचे और काफी गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। कुछ तकनीकी कारणों से उन्हें शुक्रवार को रिहा नहीं किया गया था लेकिन आज उन्हें रिहाई मिल गई।

By Agency Edited By: Shalini Kumari Updated: Sat, 06 Jan 2024 06:02 PM (IST)
Hero Image
दिसंबर में श्रीकांत पुजारी को किया गया था गिरफ्तार
एजेंसी, हुबली (कर्नाटक)। राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान 31 साल पुराने मामले में गिरफ्तार एक कारसेवक श्रीकांत पुजारी जमानत मिल चुकी है। कई वीएचपी नेता श्रीकांत पुजारी का स्वागत करने के लिए हुबली उप जेल पहुंचे। कुछ तकनीकी कारणों से उन्हें शुक्रवार को रिहा नहीं किया गया था, लेकिन आज उन्हें रिहाई मिल गई।

'19 जनवरी को जाऊंगा अयोध्या'

अपनी रिहाई के बाद मीडिया से बात करते हुए श्रीकांत पुजारी ने कहा, "पुलिस ने मुझे गिरफ्तार करने से पहले कोई वारंट नहीं दिया। मैं राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए 19 जनवरी को अयोध्या जाऊंगा।"

कर्नाटक की राजनीति में आया भूचाल

राम मंदिर के उद्घाटन से पहले कारसेवक की गिरफ्तारी से कर्नाटक में राजनीतिक भूचाल आ गया है। अतिरिक्त जिला और सत्र अदालत के जज परमेश्वरा प्रसन्ना बी. ने जमानत मंजूर करने का आदेश दिया। सरकार के वकील ने जमानत दिए जाने पर आपत्ति जताई है। साथ ही, आरोप लगाया कि वह कई अन्य मामलों में वांछित हैं और अदालती सुनवाई में भी शामिल नहीं होते रहे हैं।

कब हुई थी गिरफ्तारी?

मालूम हो कि श्रीकांत पुजारी को पिछले साल 29 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था। पुजारी श्रीकांत की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक भाजपा ने पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करते हुए उनकी गिरफ्तारी की निंदा की थी। भाजपा ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए एक अभियान भी शुरू किया था।

यह भी पढ़ें: Bengaluru: कारसेवक श्रीकांत पुजारी को मिली जमानत, शनिवार को होंगे रिहा; 31 साल पुराने मामले में हुई थी गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: Sadhvi Rithambara: ‘राममंदिर आंदोलन मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा संघर्ष…', दैनिक जागरण से बातचीत में साध्वी ऋतंभरा ने बेबाकी से दिए जवाब