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Karnataka News: उर्दू नहीं बोलने पर युवक की हत्या, कर्नाटक पुलिस की चार्जशीट से हुआ खुलासा; मामले में चार गिरफ्तार

Karnataka News कर्नाटक पुलिस की चार्जशीट में कहा गया है कि युवक की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह उर्दू नहीं बोल सकता था। 22 वर्षीय चंद्रू की 5 अप्रैल को बेंगलुरु के जेजे नगर पुलिस थाना सीमा में एक समूह द्वारा हत्या की गई थी।

By Mahen KhannaEdited By: Updated: Sat, 16 Jul 2022 03:50 PM (IST)
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कर्नाटक में एक युवक की उर्दू नहीं बोलने पर हत्या।
बेंगलुरु, एजेंसी। Karnataka News कर्नाटक में एक युवक की सनसनीखेज हत्या करने का मामला सामने आया है। युवक की हत्या का कारण पता चलने के बाद से सब हैरत में पड़ गए हैं। मामले की जांच कर रहे कर्नाटक पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) विंग ने आरोप पत्र दाखिल कर इस बात का खुलासा किया है। आरोप पत्र में कहा गया है कि युवक की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह उर्दू भाषा नहीं बोल सकता था। पुलिस (Karnataka Police) सूत्रों ने शनिवार को बताया कि 22 वर्षीय चंद्रू की 5 अप्रैल को बेंगलुरु के जेजे नगर पुलिस थाना सीमा में लोगों के एक समूह द्वारा हत्या की गई है।

भाजपा बोली- चंद्रू की हत्या सांप्रदायिक

गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सीटी रवि और अन्य भाजपा नेताओं ने इस बात का पता लगने के बाद कहा कि चंद्रू की हत्या सांप्रदायिक थी और उसकी हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह उर्दू भाषा में बात नहीं कर सकता था। समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार मामले की जांच करने वाले सीआईडी ​​के अधिकारियों ने भी कहा कि चंद्रू की हत्या भाषा पर टकराव के कारण हुई थी।

चार लोग गिरफ्तार

बता दें कि पुलिस ने मामले में एक नाबालिग सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था, सभी अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित थे। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने प्रथम अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) अदालत में 171 पन्नों का आरोप पत्र जमा किया है और 49 लोगों को गवाह के रूप में नामित किया है।

कन्नड़ भाषा नहीं समझने के कारण उर्दू में बोलने को कहा

चार्जशीट में कहा गया है, मृतक का दोस्त साइमन राज जन्मदिन मनाने के बाद 5 अप्रैल को चंद्रू के साथ बाइक पर जा रहा था। पैदल चल रहे शाहिद पाशा ने अचानक साइमन राज को गालियां देना शुरू कर दिया। पूछताछ करने पर आरोपी ने कहा कि उसने कुछ नहीं कहा। बाद में, जैसे ही आरोपी ने एक बेकरी के पास उन्हें फिर से गाली दी, साइमन राज और चंद्रू ने उन्हें धक्का दिया था। शाहिद पाशा ने अपने दोस्तों को बुलाया था और चंद्रू और उसके दोस्त को उर्दू में बोलने के लिए कहा क्योंकि वे कन्नड़ भाषा नहीं समझते हैं। बाद में लड़ाई बढ़ने के बाद चंद्रू की जांघ में छुरा घोंपा गया, जबकि उसका दोस्त साइमन राज भागने में सफल रहा।

अधिक खून बहने के कारण चंद्रू की मौत

पुलिस ने कहा, स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल ले जाने की जहमत नहीं उठाई और न ही पुलिस को फोन किया। बहुत बाद में वापस आए साइमन राज ने चंद्रू को अस्पताल में भर्ती कराया था। अधिक खून बहने के कारण चंद्रू ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी को बाद में गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने पहले किया का खंडन

बता दें कि इससे पहले, बेंगलुरु शहर के तत्कालीन पुलिस आयुक्त कमल पंत ने सत्तारूढ़ भाजपा के बयान का खंडन किया था और कहा था कि चंद्रू की हत्या सिर्फ रोड रेज का मामला था और इसमें कुछ भी सांप्रदायिक नहीं था।