Republic Day: नारी शक्ति, सैन्य पराक्रम के साथ सांस्कृतिक वैभव की छटाओं से गुलजार हुआ कर्तव्य पथ, धरती से आसमां तक दिखा भारत का लोहा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कर्तव्य पथ पर राष्ट्रध्वज फहराने के बाद गणतंत्र दिवस परेड के इस रोमांच का समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने भी लुत्फ उठाया। समारोह की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में राष्ट्र का नेतृत्व किया। पीएम मोदी पीली पगड़ी पहने हुए थे जो श्रीराम का भी रंग माना जाता है।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। कर्तव्य पथ 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर तीनों सेनाओं के संयुक्त सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति स्वाभिमान के अलग-अलग स्वरूपों के साथ देश के गौरवशाली सांस्कृतिक वैभव से गुलजार हुआ। तिरंगे को दी गई 21 तोपों की सलामी की गूंज, भारतीय शास्त्रीय वाद्य यंत्रों से निकले नादस्वरम सुर संगीत से निकले आह्वान और वायुसेना के लड़ाकू विमानों की आकाशीय गर्जनाओं ने अब तक के भारतीय गणतंत्र के मजबूत सफर के रंगों के रोमांच की छटा बिखेरी।
कर्तव्य पथ पर महिलाओं ने दिखाया हैरतअंगेज करतब
सैन्य पराक्रम और समृद्ध सांस्कृतिक विविधता के अनूठे संगम के बीच देश की नारी शक्ति के उत्थान को रेखांकित करते भारतीय गणतंत्र में स्वदेशी क्षमताओं से आत्मनिर्भरता के उभरते स्वरूपों की झलक भी दिखाई पड़ी। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार नारी शक्ति की इतनी बड़ी भागीदारी हुई कि परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा करने से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की महिला ब्रिगेड के महिला मोटरसाइकिल दस्ते के हैरतअंगेज करतबों ने कर्तव्य पथ पर मौजूद लोगों की धड़कनें बढाते हुए परेड के रोमांच को शिखर पर पहुंचा दिया।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां थे मुख्य अतिथि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कर्तव्य पथ पर राष्ट्रध्वज फहराने के बाद गणतंत्र दिवस परेड के इस रोमांच का समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने भी लुत्फ उठाया। समारोह की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में राष्ट्र का नेतृत्व किया। पीएम मोदी पीली पगड़ी पहने हुए थे जो श्रीराम का भी रंग माना जाता है। इसके बाद सलामी मंच पहुंचे प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति राष्ट्रपति मुर्मू और राष्ट्रपति मैक्रां का स्वागत किया।यह भी पढ़ेंः Republic Day 2024: कर्तव्य पथ पर दिखी देश की असाधारण नारी शक्ति का प्रदर्शन, राष्ट्रपति मुर्मु और PM Modi ने भी की सराहना; देखें तस्वीर
पारंपरिक बग्गी में कर्तव्य पथ पर पहुंचे दोनों राष्ट्रपति
राष्ट्रपति के अंगरक्षक की भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंट के साथ दोनों राष्ट्रपति 'पारंपरिक बग्गी' में कर्तव्य पथ पहुंचे और 40 वर्षों के अंतराल के बाद इस प्रथा की वापसी हुई। सैन्य परेड के साथ तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति को सलामी देने की शुरुआत परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, दिल्ली एरिया ने की।फिर परमवीर चक्र और अशोक चक्र जैसे सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों से सम्मानित सैन्यकर्मियों ने सलामी दी। जब फ्रांस के सैनिकों का दल मार्च पास्ट में अपने बैंड दस्ते की मधुर धुनों के साथ सलामी मंच के सामने आया तो दर्शकों ने इसका उत्साह के साथ स्वागत किया।