'मैं मलाला नहीं हूं...' ब्रिटेन की संसद से भाषण देकर स्वदेश लौटीं Yana Mir के साथ एयरपोर्ट पर ऐसा क्या हुआ, जिस पर मचा बवाल
जम्मू-कश्मीर की पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट याना मीर (Yana Mir) को सोमवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने रोक लिया। याना मीर ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो पोस्ट करके दिल्ली एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों पर कई आरोप लगाए जिसके जवाब में कस्टम ने कहा कि विशेषाधिकार कानून से ऊपर नहीं है। याना ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसके साथ बुरा बर्ताव किया।
दिल्ली कस्टम वाले मेरे बारे में ब्रांड स्मगलर सोचते हैं- मीर
याना मीर ने वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, "मैंने लंदन में भारत के बारे में क्या कहा था... मैं भारत में स्वतंत्र और सुरक्षित हूं। लेकिन भारत वापस आने पर मेरा स्वागत कैसे किया गया? 'मैडम अपना बैग स्कैन करवाएं, अपना बैग खोलें, आपके पास लूई वीटॉन के शॉपिंग बैग क्यों हैं? क्या आपने उनके लिए पेमेंट किया? बिल कहां हैं?' लंदनवासी मेरे बारे में क्या सोचते हैं- एक इंडियन मीडिया वॉरियर और दिल्ली कस्टम वाले मेरे बारे में क्या सोचते हैं- ब्रांड स्मगलर।"What i said in London about India: I am FREE AND SAFE IN INDIA
— Yana Mir (@MirYanaSY) February 26, 2024
How i was welcomed back to India 🤣🤐:
Madam scan your bag, open your bag, why you have louis vuitton shopping bags? Did you pay for them? Where are the bills???? 🤣
What Londeners think of me: INDIAN MEDIA WARRIOR… pic.twitter.com/ANIhhLoQJ3
हमारे अधिकारी विनम्र बने रहे- कस्टम विभाग
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के बैग की स्कैनिंग नियमित रूप से होती है
दिल्ली कस्टम विभाग ने एक्स पर लिखा, "अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के बैग की स्कैनिंग नियमित रूप से की जाती है। अन्य यात्रियों ने बिना किसी झंझट के अपना सामान स्कैनर के अंदर रख दिया। याना मीर को अनावश्यक रूप से बुरा लगा। कर्मचारी पूरे समय विनम्र रहे। विशेषाधिकार कानून से ऊपर नहीं हैं। वीडियो कहानी बयां कर रहा है।"Bag scanning of international passengers is done routinely. While other paxs put their luggage inside the scanner without any fuss
— Delhi Customs (Airport & General) (@AirportGenCus) February 26, 2024
Ms. Yana Mir felt needlessly offended. Staff remained courteous throughout.Privileges are not above law. Footage tells the story. pic.twitter.com/vpwn4MMVQt