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'क्लास आना है तो दाढ़ी कटवाओ,' कर्नाटक में कश्मीरी छात्रों को कॉलेज का आदेश

कर्नाटक का एक कॉलेज प्रशासन विवादों में आ गया जब कश्मीर के कई छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें कॉलेज में आने के लिए दाढ़ी काटने के लिए मजबूर किया गया। छात्रों ने अपनी परेशानी जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन को बताई है अब इस मामले की शिकायत कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया से भी की गई है। जिसके बाद उन्होंने विवाद सुलझाने की कोशिश की।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 10 Nov 2024 02:34 PM (IST)
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कश्मीरी छात्रों को कॉलेज का आदेश ( फाइल फोटो)
एएनआई, कर्नाटक। कर्नाटक का एक कॉलेज प्रशासन विवादों में आ गया, जब कश्मीर के कई छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें कॉलेज में आने के लिए दाढ़ी काटने के लिए मजबूर किया गया। छात्रों ने अपनी परेशानी जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन को बताई है, अब इस मामले की शिकायत कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया से भी की गई है। जिसके बाद उन्होंने विवाद सुलझाने की कोशिश की।

अब इस मामले में जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन (जेकेएसए) के हस्तक्षेप पर कर्नाटक के होलेनारासीपुरा में सरकारी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाले जम्मू-कश्मीर के दर्जनों छात्रों को कॉलेज निदेशक और प्रिंसिपल के निर्देश पर दाढ़ी रखने की इजाजत मिल गई है। छात्रों का कहना है कि धमकी देकर उन्हें दाढ़ी ट्रिम करने के लिए कहा गया था। ऐसा ना करने पर अनुपस्थित कर दिया जाएगा।

कॉलेज के निदेशक ने बताया पूरा मामला

हसन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के निदेशक डॉ. राजन्ना बी ने रविवार को कहा कि समस्या का समाधान हो गया है। उन्होंने बताया, होलेनारसिपुरा में हमारा एक नर्सिंग कॉलेज है जहां जम्मू-कश्मीर के 14 छात्र पढ़ते हैं। उनमें से कुछ समय के पाबंद नहीं थे और उनके ड्रेस कोड के बारे में शिकायतें थीं। उनकी लंबी दाढ़ी भी थी। प्रशिक्षकों ने छात्रों को अपनी दाढ़ी काटने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे। जैसे ही ऐसा हुआ, छात्रों ने जम्मू-कश्मीर छात्र संघ से शिकायत की। बाद में हमें इस मुद्दे के बारे में पता चला। हमने छात्रों के साथ चर्चा की जिसके बाद मुद्दा अब सुलझ गया है और छात्र खुश हैं।

अब क्या आया फैसला?

इसके बाद इस मामले में छात्रों का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा, प्रिंसिपल के साथ चर्चा के बाद दाढ़ी रखने से जुड़ा मामला सुलझ गया। प्रबंधन ने हमें दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी है।नर्सिंग कॉलेज के छात्रों ने भी कहा कि वे संतुष्ट हैं कि मुद्दा सुलझ गया।

छात्रों ने कहा, हम सुरक्षित महसूस करते हैं और अभी कोई समस्या नहीं है। प्रिंसिपल ने हमें आश्वासन दिया है कि कुछ नहीं होगा। इस मुद्दे पर) और हम सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। बता दें कि नर्सिंग कॉलेज हसन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का हिस्सा है और बेंगलुरु में राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज से संबद्ध है

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