Kerala: 'ऐसी कार्रवाई करेंगे की अपराधी खौफ खाए', पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले में बोले विधानसभा अध्यक्ष
Kerala Girl Physical assault Case विधानसभा अध्यक्ष शमसीर ने कहा कि बच्ची से दुष्कर्म के मामले में ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि सुनिश्चित हो सके कि अपराधी कभी ऐसा करने की सोच भी न सके और न जेल से बाहर आये। शमसीर ने कहा कि राज्य सरकार आरोपी अशफाक आलम के लिए अधिकतम संभव सजा सुनिश्चित करने की कार्रवाई करेगी।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 06 Aug 2023 03:58 PM (IST)
कोच्चि, एजेंसी। Kerala Girl Physical assault Case केरल विधानसभा में आज पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला उठा। मामले पर हंगामा मचा तो अध्यक्ष ए एन शमसीर ने कहा कि राज्य सरकार यहां अलुवा के पास पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की जांच कर आरोपी पर इस तरह से मुकदमा चलाएगी जो मिसाल बनेगा।
मिसाल बनेगी कार्रवाई
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि सुनिश्चित हो सके कि अपराधी कभी ऐसा करने की सोच भी न सके और न जेल से बाहर आये। शमसीर ने कहा कि राज्य सरकार आरोपी अशफाक आलम के लिए अधिकतम संभव सजा सुनिश्चित करने की पीड़ित परिवार की इच्छा से भी अवगत है। स्पीकर का यह बयान पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आया।
पुलिस ने तेज की जांच
इस बीच, सबूत जुटाने के लिए पुलिस दिन में आरोपी को इलाके में ले गई। आरोपी को उन सभी स्थानों पर ले जाया गया, जहां वह उस दिन बच्ची के साथ था, जिस दिन उसने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया था और उसकी हत्या कर दी थी।प्रक्रिया के तहत उसे उसी इमारत में उसके कमरे में भी ले जाया गया, जहां पीड़िता अपने परिवार के साथ रहती थी। पुलिस अधिकारियों की जांच टीम के अलावा, भीड़ पर नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीम के कर्मियों और कमांडो की एक टुकड़ी भी आरोपियों के साथ थी।
28 जुलाई का है मामला
28 जुलाई को कथित तौर पर प्रवासी कामगार अशफाक आलम ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी। आलम को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन अगले दिन लड़की का शव अलुवा में एक स्थानीय बाजार के पीछे एक दलदली इलाके में एक बोरे में फेंका हुआ पाया गया। उसे 1 अगस्त को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था।पुलिस के अनुसार, आलम को पांच साल पहले दिल्ली में POCSO मामले में गिरफ्तार किया गया था और जमानत पर रिहा होने से पहले एक महीने के लिए जेल में रखा गया था। उन्हें 2018 में गाजीपुर पुलिस ने 10 वर्षीय लड़की के साथ यौन उत्पीड़न के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया था।