केरल कैथोलिक चर्च ने बड़े ईसाई परिवारों के लिए कल्याणकारी योजना की घोषणा
केरल के मध्य में एक कैथोलिक चर्च ने केरल के बड़े ईसाई परिवारों के लिए एक कल्याणकारी योजना की घोषणा की है बता दें कि पांच या अधिक बच्चों वाले परिवारों को प्रोत्साहित करने और राज्य में अपने समुदाय की संख्या बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
By Ashisha SinghEdited By: Updated: Tue, 27 Jul 2021 02:35 PM (IST)
कोट्टायम (केर), पीटीआई। केरल के मध्य में एक कैथोलिक चर्च ने केरल के बड़े ईसाई परिवारों के लिए एक कल्याणकारी योजना की घोषणा की है, बता दें कि पांच या अधिक बच्चों वाले परिवारों को प्रोत्साहित करने और राज्य में अपने समुदाय की संख्या बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। कैथोलिक चर्च के फादर जोसेफ कुट्टियनकल ने बताया कि यह घोषणा COVID-19 परिदृश्य में बड़े परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए भी की गई है।
क्या कहा फादर जोसेफ कुट्टियनकलकैथोलिक चर्च के तहत फैमिली एपोस्टोलेट के प्रमुख फादर जोसेफ कुट्टियनकल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि चर्च के पाला सूबा के तहत फैमिली एपोस्टोलेट द्वारा शुरू की गई पहल ने उन जोड़ों को 1,500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है, जिनकी शादी साल 2000 के बाद हुई थी और जिनके पांच या अधिक बच्चे हैं। 'यह चर्च द्वारा 'परिवार के वर्ष' समारोह के हिस्से के रूप में घोषित किया गया था। यह पहल विशेष रूप से COVID-19 परिदृश्य में बड़े परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए है।' फादर जोसेफ कुट्टियनकल ने कल्याणकारी घोषणा के आरंभ के संदर्भ में कहा कि हम जल्द ही आवेदन प्राप्त करना शुरू कर देंगे और सबसे अधिक संभावना है, हम अगस्त से सहायता देने में सक्षम होंगे।
घोषणा के बारे में विस्तार से जानेंकेरल के मध्य में कैथोलिक चर्च ने केरल के बड़े ईसाई परिवारों के लिए सोमवार को कल्याणकारी योजना के तहत बिशप जोसेफ कुट्टियनकल ऑनलाइन बैठक में घोषणा की गई। बिशप जोसेफ कल्याणकारी योजना की गई घोषणा पर कहा कि केरल में ईसाई आबादी का हिस्सा पिछले कुछ वर्षों से कट गया है, जिस वजह से इस योजना का यह मुद्दा एक 'वास्तविकता' था। फादर कुट्टियनकल ने कहा कि 'यह एक वास्तविकता है कि ईसाई समुदाय की आबादी कम हो रही है। हमारा विकास दर कम है। यह भी एक कारण है, लेकिन तात्कालिक कारण महामारी के बाद बड़े ईसाई परिवारों को सहायता प्रदान करना है,'
फादर कुट्टियनकल ने केरल के ईसाई समुदाय के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि केरल के गठन के दौरान ईसाई, राज्य में दूसरा सबसे बड़ा समुदाय था। लेकिन अब, यह समुदाय राज्य की कुल आबादी का केवल 18.38% है। हाल के वर्षों में, ईसाई समुदाय में जन्म दर घटकर 14% हो गई है। फादर कुट्टियनकल ने कहा कि इस योजना की घोषणा 2000 के बाद शादी करने वाले जोड़ों के लिए की गई, क्योंकि 'उस वर्ष से पहले एक परिवार शुरू करने वाले जोड़ों के बड़े बच्चों ने अपनी शिक्षा पूरी कर ली होगी और अपने-अपने परिवारों में योगदान देना शुरू कर दिया होगा।