जाति व्यवस्था कुछ लोगों के दिमाग में एक 'दाग', हटाना आसान नहीं.. केरल के एक मंत्री के साथ मंदिर में हुआ भेदभाव
केरल के देवस्वओम मंत्री के राधाकृष्णन ( K Radhakrishnan ) के साथ एक मंदिर में जातिगत भेदभाव हुआ। इसका खुलासा करने के बाद से राज्य में आक्रोश फैल गया है। इसी को लेकर उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य का समाज किसी भी कीमत पर ऐसी बुराइयों को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि जाति व्यवस्था द्वारा बनाई गई मानसिकता को बदलना आसान नहीं है। यह मन में एक दाग है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Tue, 19 Sep 2023 02:38 PM (IST)
त्रिशूर, केरल (PTI)। जाति व्यवस्था कुछ लोगों के दिमाग में एक 'दाग' है और इसे तुरंत हटाना आसान नहीं है। केरल के देवस्वओम मंत्री के राधाकृष्णन ने मंगलवार को यह टिप्पणी एक मंदिर में भेदभाव का सामना करने के उनके खुलासे के बाद आई है। दरअसल, हाल ही में एक मंदिर कार्यक्रम के दौरान के राधाकृष्णन को भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उनके द्वारा किए गए खुलासे के बाद राज्य में आक्रोश फैल गया है।
संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कई उत्तरी राज्यों की तुलना में, केरल ने जाति-आधारित भेदभाव को खत्म करने में एक लंबा सफर तय किया है। दक्षिणी राज्य का समाज किसी भी कीमत पर ऐसी बुराइयों को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि जाति व्यवस्था द्वारा बनाई गई मानसिकता को बदलना आसान नहीं है। यह मन में एक दाग है। कपड़ों पर लगे दाग की तरह इसे मिटाना आसान नहीं है। हालांकि, केरल का समाज इस तरह की मानसिकता को काफी हद तक बदल सकता है, लेकिन यह अभी भी कुछ व्यक्तियों के दिमाग में गहराई से बैठी हुई है।
कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे मंत्री
राधाकृष्णन ने स्पष्ट किया कि उनके साथ हुए भेदभाव के खिलाफ वह कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे। बता दें कि राधाकृष्णन एक अनुसूचित जाति समुदाय से आते है। सोमवार को एक मंदिर के दो पुजारियों ने मंदिर में उद्घाटन के अवसर पर खुद मुख्य दीपक जलाया और उसके बाद छोटा दीपक जमीन पर रख दिया, ताकि उसे राधाकृष्णन उठा सके। हालांकि, मंत्री ने मंदिर के नाम का खुलासा नहीं किया, लेकिन समाचार चैनलों ने कन्नूर जिले के पय्यानूर में एक मंदिर में 'नाडापंडाल' के हालिया उद्घाटन के दृश्य प्रसारित किए, जिसमें मंत्री ने भाग लिया था।यह भी पढ़े: Parliament Special Session 2023 LIVE: लोकसभा में पेश हुआ नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल, महिलाओं को मिलेगा 33 फीसद आरक्षण