Kerala: एर्नाकुलम में दो डॉक्टरों को गूगल मैप ने उतारा मौत के घाट! पुलिस ने दर्ज किया केस
गूगल मैप (GPS) का इस्तेमाल हम सभी करते हैं लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि मैप द्वारा गलत दिशा दिखाने के कारण किसी की जान चली जाए! शायद नहीं क्योंकि हम गूगल मैप का इस्तेमाल अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए करते हैं। मगर केरल के एर्नाकुलम जिले में गलत जीपीएस द्वारा दिखाए रास्ते ने दो डॉक्टरों को मौत के घाट उतार दिया।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 02 Oct 2023 01:13 PM (IST)
ऑनलाइन डेस्क, एर्नाकुलम। गूगल मैप (GPS) का इस्तेमाल हम सभी करते हैं, लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि मैप द्वारा गलत दिशा दिखाने के कारण किसी की जान चली जाए! शायद नहीं, क्योंकि हम गूगल मैप का इस्तेमाल अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए करते हैं। मगर, केरल के एर्नाकुलम जिले में गलत जीपीएस द्वारा दिखाए रास्ते ने दो डॉक्टरों को मौत के घाट उतार दिया।
दरअसल, एर्नाकुलम जिले में रविवार सुबह एक कार के नदी में गिर जाने से दो लोगों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मरने वालों में 29 वर्षीय अद्वैत और 29 वर्षीय अजमल हैं। दोंनों पेशे से दोनों डॉक्टर थे। दुर्घटना के समय दोनों अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ साथ जन्मदिन की पार्टी से लौट रहे थे।
गूगल मैप्स के निर्देशों पर दुर्घटना वाले क्षेत्र में पहुंचा ड्राइवर
अधिकारियों ने कहा कि ड्राइवर गूगल मैप्स पर दिखाए गए निर्देशों का पालन करते हुए दुर्घटना वाले क्षेत्र में पहुंच गया। वडक्केकरा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, "यह घटना रविवार को लगभग 12.30 बजे गोथुरुथ के पास हुई। वे कार से कोडुंगल्लूर लौट रहे थे और कथित तौर पर घर जाने के लिए गूगल मैप का पालन कर रहे थे। ड्राइवर नदी को पानी से भरी सड़क समझकर आगे बढ़ गया और उनकी कार पेरियार नदी में गिर गई।"निशानदेही के लिए नहीं थे बैरिकेड और साइनबोर्ड
अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना के समय भारी बारिश के कारण बहुत कम दृश्यता थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नदी पर निशानदेही के लिए कोई बैरिकेड और साइनबोर्ड नहीं लगे थे। हालांकि, स्थानीय लोग कार में सवार लोगों को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे। इसके बाद फौरन अग्निशमन सेवा कर्मियों और पुलिस को सूचना दी गई। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों और बचावकर्मियों ने तीन यात्रियों को जीवित बाहर निकाल लिया।जिंदा बचे लोगों को अस्पताल से छुट्टी
पुलिस ने आगे बताया कि नदी से जिंदा निकाले गए तीनों लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। दोनों मृतक डॉक्टर कोडुंगल्लूर के एआर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के इंमरजेंसी वार्ड में काम करते थे। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 (अप्राकृतिक मौत) के तहत केस दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है।
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