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Cochin University में हुई भगदड़ में चार छात्रों की मौत, केरल के नेता प्रतिपक्ष सतीसन ने की गहन जांच की मांग

कोचीन यूनिवर्सिटी में वार्षिकोत्सव के दौरान अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। इससे बचने के लिए छात्रों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। इसी भगदड़ में चार छात्रों की मौत हो गई और कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले पर केरल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सतीसन ने बारिकी से जांच की मांग की है और जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ एक्शन लेने को कहा है।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 26 Nov 2023 10:23 AM (IST)
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कोचीन यूनिवर्सिटी में हुई भगदड़ मामले में जांच की मांग (फाइल फोटो)
एएनआई, केरल। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने रविवार को कोचीन विश्वविद्यालय में हुई भगदड़ मामले में जांच की मांग की है। दरअसल, उनका कहना है कि यह भगदड़ थी, जिसमें कोचीन विश्वविद्यालय में एक उत्सव में चार लोगों की जान चली गई और लगभग 34 अन्य घायल हो गए है।

विपक्ष के नेता ने की जांच की मांग

सतीसन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि गंभीर हालत में भर्ती कराए गए चार छात्रों में से दो फिलहाल स्थिर हैं। एलओपी ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण था। 46 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और चार की मौत हो गई। शुरुआती चरण में, चार छात्र बहुत गंभीर स्थिति में थे, लेकिन अब दो छात्रों की हालत स्थिर है।"

उन्होंने कहा, "यह भगदड़ थी, एक छोटी सी जगह इतने सारे छात्रों को इकट्ठा करने के लिए पर्याप्त नहीं थी। इसकी जांच की जानी चाहिए, 46 छात्र यहां हैं, 16 अन्य अस्पतालों में हैं और दो आईसीयू में भर्ती है।"

34 छात्र गंभीर रूप से घायल

घायल छात्रों में से दो, मलप्पुरम की मूल निवासी शीबा और अलाप्पुझा की मूल निवासी गीतांजलि को सरकारी मेडिकल कॉलेज, एर्नाकुलम से एस्टर मेडिसिटी में रेफर कर दिया गया है। शनिवार को वार्षिकोत्सव के आखिरी दिन कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (CUSAT) के मुख्य परिसर के एक हॉल में भगदड़ में चार छात्रों की मौत हो गई और 34 से अधिक लोग घायल हो गए।

मृतक छात्रों की हुई पहचान

फिलहाल, चारों मृतक छात्रों की पहचान कर ली गई है। एक छात्र की पहचान कुथातुकुलम के मूल निवासी अथुल थम्बी के रूप में की गई है, दूसरा उत्तरी परवूर से ऐन रूफ्था, तीसरी थमरासेरी से सारा थॉमस और चौथी एल्विन थैकट्टुशेरी है। एल्विन को छोड़कर बाकी तीन छात्र द्वितीय वर्ष के छात्र थे। पुलिस के मुताबिक, अब तक 16 छात्रों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

मंत्री पी राजीव और आर बिंदू ने आज सुबह घटना स्थल का दौरा किया। केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने उच्च शिक्षा के प्रधान सचिव और विश्वविद्यालय के कुलपति से घटना पर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

छात्रों से मिलने अस्पताल पहुंचे मंत्री

केरल के कानून मंत्री पी राजीव ने दुखद घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, "यह एक चौंकाने वाली घटना है। हमने चार छात्रों को खो दिया। केरल में ऐसा पहली बार हुआ। हमने सभी मरीजों से मुलाकात की। दो मरीज आईसीयू में हैं। दो छात्र दूसरे अस्पताल के आईसीयू में हैं। हम उन्हें सबसे अच्छा इलाज देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।"

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मंत्री राजीव मने कहा, "सरकार ने इन सभी गतिविधियों के समन्वय के लिए सभी कदम उठाए हैं। पुलिस को जब भी सूचना मिली है, उन्होंने बचाव अभियान चलाया है और स्वास्थ्य मंत्री इसमें सीधे तौर पर शामिल हैं। न केवल मेडिकल कॉलेजों में बल्कि निजी अस्पतालों में भी सभी उपचार सुविधाओं का समन्वय किया जा रहा है।"

बारिश से बचने के लिए भागे छात्र

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एमआर अजित कुमार ने इस घटना को एक असाधारण दुर्घटना कहा और कहा कि इलाके में अचानक बारिश हो गई और छात्रों ने बचने के लिए इधर-उधर भागना शुरू कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई। अधिकारियों ने यह भी बताया कि मृतक के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के तुरंत बाद सीयूएसएटी परिसर में जनता के दर्शनार्थ रखा जाएगा।

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