Nipah: केरल में मिला एक और संक्रमित, कोझिकोड में पूजा और सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिबंध; 950 लोगों की होगी जांच
केरल के कोझिकोड में एक और व्यक्ति में निपाह वायरस के लक्षण देखे गए हैं। निपाह वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को कई चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जानकारी के मुताबिक कोझिकोड जिले में नए प्रतिबंध लागू किए गए हैं जिसमें सभी पूजा स्थलों सहित किसी भी प्रकार की सभाओं या सार्वजनिक कार्यक्रमों के खिलाफ निर्देश जारी किए गए हैं।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 15 Sep 2023 02:22 PM (IST)
कोझिकोड, पीटीआई। केरल में लगातार निपाह वायरस के मामले देखने को मिल रहे है, जिसके बाद प्रशासन अलर्ट पर आ गया है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को कहा कि 39 वर्षीय एक व्यक्ति में निपाह वायरस की पुष्टि हुई है, जो एक संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से उनमें फैल गया था।
अब तक दो लोगों की मौत
राज्य भर में सक्रिय मामलों की संख्या चार हो गई है, जिसके बाद राज्य सरकार ने उन सभी लोगों का परीक्षण करने का निर्णय लिया है, जो संक्रमित व्यक्तियों की संपर्क सूची में हैं। स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के सैंपल टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उसमें निपाह वायरस की पुष्टि हुई, जिससे राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या छह हो गई, जिनमें से दो की पहले ही मौत हो चुकी है।
स्थिति का जायजा लेने के लिए उच्च स्तरीय बैठक
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंत्री के कार्यालय ने आज कहा कि संक्रमित व्यक्ति चाहता है कि उसका इलाज निजी अस्पताल में कराया जाए, जहां पहले निपाह संक्रमित व्यक्तियों का अन्य बीमारियों का इलाज किया जाता था। स्थिति का जायजा लेने के लिए आज कोझिकोड कलेक्ट्रेट में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में जॉर्ज के अलावा मंत्री पी ए मोहम्मद रियास, अहमद देवरकोविल और ए के ससींद्रन ने शामिल हुए।संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का होगा परीक्षण
बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने कहा कि वेंटिलेटर सपोर्ट पर नौ साल के लड़के सहित प्रभावित लोगों की स्वास्थ्य फिलहाल, स्थिर है। उन्होंने कहा, "ऐसा लग रहा है कि इस व्यक्ति में संक्रमण एक दूसरे संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से हुआ है, जिसकी 30 अगस्त को मृत्यु हो गई थी।
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जॉर्ज ने मीडिया से कहा, "हमने उन सभी लोगों का परीक्षण करने का निर्णय लिया है, जो उच्च जोखिम वाले संपर्क में हैं, भले ही उनमें कोई लक्षण न हों। हमारे पास कोझिकोड में दो अतिरिक्त सुविधाएं हैं। हमारे पास राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (आरजीसीबी) एक मोबाइल लैब है। यहां पर रखी दो मशीनें एक साथ एक समय में 96 सैंपल का परीक्षण कर सकती हैं।"
हालांकि, प्रोटोकॉल के मुताबिक, केवल उन्हीं लोगों के सैंपल की जांच की जा सकती है जिनमें लक्षण देखे गए हों। मंत्री ने कहा, "लेकिन यहां हमने उन सभी लोगों के नमूनों का परीक्षण करने का फैसला किया है, जो उच्च जोखिम वाली श्रेणी के संपर्क में हैं। हमारे पास आरजीसीबी से मोबाइल लैब और कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लैब है।"