Kerala: फीस जमा न होने पर प्रिंसिपल की शर्मनाक हरकत, छात्र को फर्श पर बैठकर परीक्षा देने को किया मजबूर
केरल के तिरुवनंतपुरम में एक निजी स्कूल ने कक्षा 7वीं के बच्चे को फीस समय पर जमा न करने के कारण फर्श पर बैठकर परीक्षा देने के लिए मजबूर किया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने स्कूल के खिलाफ एक्शन लेते हुए शिकायत दर्ज कराई। स्कूल प्रशासन ने इस गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि प्रिंसिपल ने गलती की थी।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 25 Aug 2023 01:32 PM (IST)
तिरुवनंतपुरम, पीटीआई। केरल के तिरुवनंतपुरम के एक निजी स्कूल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, यहां पर एक एक निजी स्कूल में मासिक फीस जमा न करने पर एक स्कूली छात्र को फर्श पर बैठाकर टर्म परीक्षा देने के लिए मजबूर किया गया। पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को इस बात का दावा किया है।
फर्श पर बैठकर परीक्षा देने को मजबूर
परिवार ने कहा कि कक्षा 7 की छात्रा को तिरुवनंतपुरम के मध्य में वेल्लायमबलम में स्थित स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। स्कूल प्रबंधन परिवार के आरोप से सहमत था और उसने स्वीकार किया कि ट्यूशन फीस भुगतान में देरी के लिए लड़के को फर्श पर बैठाना प्रिंसिपल की गलती थी।
छात्र के अनुरोध को किया नजरअंदाज
लड़के के परिवार के मुताबिक, परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल में आए प्रिंसिपल ने उन छात्रों से खड़े होने के लिए कहा, जिनकी फीस अभी तक जमा नहीं हुई थी। लड़के ने बताया, "जब सर (प्रिंसिपल) ने मुझे बताया कि मैंने फीस नहीं चुकाई है, तो मैंने उनसे मेरे पिता से पूछने का अनुरोध किया, लेकिन वह मेरी बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने मुझे बाहर आकर फर्श पर बैठने के लिए कहा।"चूंकि, उसे अपने दोस्तों के सामने अपमानित महसूस हुआ, इसलिए अगले दिन छात्र परीक्षा देने के लिए स्कूल जाने को तैयार नहीं हुआ। छात्र के पिता ने आरोप लगाया कि जब उन्हें उत्पीड़न की घटना के बारे में पूछताछ करने के लिए बुलाया गया तो प्रिंसिपल ने उन्हें भी अपमानित किया।
स्कूल प्रशासन ने स्वीकार की गलती
स्कूल के प्रशासक प्रसाद ने कहा, "यह प्रिंसिपल की ओर से गलती थी। हम छात्र के पिता से व्यक्तिगत रूप से बात करेंगे और मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करेंगे।" उन्होंने छात्रा को परेशान करने वाले प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने के भी संकेत दिए।प्रिंसिपल की ओर से नहीं आई टिप्पणी
हालांकि, छात्र के पिता ने कहा कि वह किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं और लड़के को दूसरे स्कूल में स्थानांतरित कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी अन्य बच्चे को इस तरह के उत्पीड़न से नहीं गुजरना चाहिए। फिलहाल, इस मुद्दे पर स्कूल के प्रिंसिपल की ओर से कोई टिप्पणी नहीं दी गई है।