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Kerala: त्रिशूर में GST का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 700 लोगों की टीम ने जब्त किया 104 किलो सोना

केरल में राज्य जीएसटी विभाग की खुफिया शाखा के 700 अधिकारियों की टीम ने अपनी तरह के पहले आपरेशन में त्रिशूर में सोने के आभूषण बनाने वाली कई कंपनियों पर छापेमारी कर 104 किलोग्राम किलोग्राम बेहिसाबी सोना जब्त किया है। किसी को इस आपरेशन की भनक नहीं लग सके इसलिए अधिकारी पर्यटक बस से विभिन्न जगहों पर छापेमारी के लिए पहुंचे।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Fri, 25 Oct 2024 11:03 PM (IST)
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टीम ने जब्त किया 104 किलो सोना
पीटीआई, त्रिशूर: केरल में राज्य जीएसटी विभाग की खुफिया शाखा के 700 अधिकारियों की टीम ने अपनी तरह के पहले आपरेशन में त्रिशूर में सोने के आभूषण बनाने वाली कई कंपनियों पर छापेमारी कर 104 किलोग्राम किलोग्राम बेहिसाबी सोना जब्त किया है। किसी को इस आपरेशन की भनक नहीं लग सके इसलिए अधिकारी पर्यटक बस से विभिन्न जगहों पर छापेमारी के लिए पहुंचे। टोरे डेल ओरो नाम से की गई यह छापेमारी बुधवार शाम से गुरुवार 11 बजे तक की गई।

टोरे डेल ओरो नाम एक स्पेनिश शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ 'सोने का टावर' होता है।अधिकारियों ने बताया कि अपनी तरह के पहले इस आपरेशन को काफी सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। बुधवार (23 अक्टूबर) को लगभग 700 अधिकारियों को दो स्थानों पर इकट्ठा हुए। इसके बाद अधिकारियों को पर्यटक बसों में त्रिशूर के विभिन्न स्थलों पर ले जाया गया। ऐसा दर्शाया गया कि वे स्टडी टूर के लिए जा रहे हैं।

खतरे में पड़ सकता मिशन

इस ऑपरेशन में शामिल वरिष्ठ जीएसटी अधिकारी ने कहा, हमने गोपनीयता बनाए रखने के लिए पर्यटक बसों को चुना। विभागीय वाहनों में अधिकारियों को ले जाने से सूचना लीक होने का खतरा हो सकता था। अगर सोने के कारोबारियों को हमारे ऑपरेशन की भनक लग गई, तो इससे हमारा मिशन खतरे में पड़ सकता था। अधिकारी ने बताया कि जांच जारी है। जब्त सोने तथा अन्य दस्तावेज का सत्यापन पूरा होने के बाद ही वे कर चोरी की सटीक राशि का अनुमान लगा पाएंगे।

7 महीने तक जुटाई गई जानकारी

अधिकारी ने बताया कि छह से सात महीने तक जानकारी जुटाने के बाद छापेमारी की गई। इस आपरेशन का विवरण केवल पांच से छह शीर्ष अधिकारियों के बीच ही साझा किया गया। अधिकारियों ने अलग-अलग समूहों में छापेमारी को अंजाम दिया। कुछ अधिकारी कंपनियों में घुस गए, जबकि अन्य बाहर खड़े होकर कर्मचारियों पर नजर रख रहे थे। कुछ अधिकारी बाहर खड़े आटोरिक्शा से भी निगरानी रख रहे थे। अधिकारी ने बताया, जिन कंपनियों पर छापा मारा गया, उनमें से कुछ कर्मचारियों ने सोना लेकर भागने की कोशिश की थी। उन्हें पकड़ लिया गया।