पति चाहता था बीवी की नॉर्मल डिलीवरी, 9 माह में डॉक्टर को नहीं दिखाया; घर पर किया ऐसा कांड की...
करक्कमंडपम (Kerala) में एक्यूपंक्चर का उपयोग करके घर पर प्रसव के असफल प्रयास के बाद 36 वर्षीय महिला और उसके नवजात बच्चे की मगंलवार को मौत हो गई। पुलिस के अनुसार मृत महिला शेमीरा बीवी की यह चौथी डिलीवरी थी। हैरान करने वाली बात यह थी कि महिला ने अपनी गर्भावस्था के 9 महीनों में एक बार भी डॉक्टर को नहीं दिखाया था।
पीटीआई, तिरुवनंतपुरम। करक्कमंडपम में एक 36 वर्षीय महिला और उसके नवजात बच्चे की मगंलवार को मौत हो गई। दरअसल, महिला गर्भवती थी और वह घर पर ही एक्यूपंक्चर ट्रीटमेंट के जरिए अपना बच्चा डिलीवर कर रही थी। पुलिस ने बुधवार को चौंकाने वाली घटना की जानकारी दी।
इस मामले में मृतक महिला के पति नयाज को बुधवार सुबह नेमोम पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया। पूनथुरा का रहना वाला नयाज एक साउंड सिस्टम वर्कर है। पुलिस ने घटना में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है।
9 महीने में एक बार भी डॉक्टर से नहीं मिली महिला
पुलिस के अनुसार, मृत महिला शेमीरा बीवी की यह चौथी डिलीवरी थी। हैरान करने वाली बात यह थी कि महिला ने अपनी गर्भावस्था के 9 महीनों में एक बार भी डॉक्टर को नहीं दिखाया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि दंपति ने कथित तौर पर एक मेडिकल डॉक्टर के बजाय एक एक्यूपंक्चर चिकित्सक की मदद मांगी और चिकित्सक उनके किराए के घर पर आता था।मंगलवार (20 फरवरी) को महिला को काफी परेशानी हुई। आखिरकार उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे और बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जैसे ही महिला और नवजात शिशु की मौत की खबर सामने आई, स्थानीय पार्षद, आशा कार्यकर्ता और पड़ोसी ने पति नियाज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि वह अपनी पत्नी को डॉक्टर से नहीं दिखाता था।
आशा कार्यकर्ताओं से बात करने से रोकता था पति
वार्ड पार्षद दीपिका ने कहा कि महिला का पति आशा कार्यकर्ताओं को अपने घर में प्रवेश करने या उससे बात करने की अनुमति नहीं देता था। उन्होंने कहा, 'परिवार हमें अपने घर में प्रवेश करने या कोई अन्य जानकारी साझा करने की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं था। एक दिन, हम किसी तरह घर में प्रवेश करने में कामयाब रहे और उससे बात की। तब हमें पता चला कि यह महिला की चौथी गर्भावस्था थी।'महिला की हालत थी गंभीर
मृत महिला द्वारा साझा किए गए विवरण के अनुसार, पिछली सभी डिलीवरी सी-सेक्शन के माध्यम से हुई थीं और आखिरी डिलीवरी सिर्फ एक साल पहले हुई थी। इसलिए,सामान्य प्रसव की कोई संभावना नहीं थी। महिला हमसे बात करने से डर रही थी। महिला के पति नयाज सामान्य प्रसव चाहता था और उसने राज्य में पूरी चिकित्सा प्रणाली का भी अपमान किया था।