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खरगे-राहुल ने कहा चंद्रयान के चांद को छूने पर देश को गर्व, छह दशक पहले शुरू हुए वैज्ञानिक सफर में नई उपलब्धि

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि आज की अनुपम उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई। खरगे ने कहा कि चंद्रयान-तीन की सॉफ्ट लैंडिंग पंडित जवाहर लाल नेहरू की दूरदर्शिता का प्रमाण हैं जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वैज्ञानिक सोच ही एक स्वतंत्र राष्ट्र के विकास की भावना को आगे बढ़ा सकता है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraPublished: Thu, 24 Aug 2023 12:14 AM (IST)Updated: Thu, 24 Aug 2023 12:14 AM (IST)
इसरो को सलाम करते हुए कांग्रेस दिग्गजों ने कहा, छह दशक पहले शुरू हुए वैज्ञानिक सफर में नई उपलब्धि।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। चंद्रयान-तीन के चंद्रमा पर उतरने की कामयाबी के जश्न में शामिल होते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे देश के लिए गर्व की बात बताते हुए इसरो के वैज्ञानिकों को सलाम किया। साथ ही कहा कि चंद्रयान-तीन की कामयाबी प्रत्येक भारतीय की सामूहिक सफलता है और 140 करोड़ भारतीयों ने अपने छह दशक पुराने अंतरिक्ष कार्यक्रम में आज उपलब्धि की एक नई कड़ी देखी है।

वैज्ञानिक समुदाय की कड़ी मेहनत का परिणाम

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि आज की अनुपम उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई। चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-तीन की सॉफ्ट लैंडिंग हमारे वैज्ञानिक समुदाय की दशकों की जबरदस्त प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम है। राहुल ने कहा कि 1962 के बाद से भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है और युवा सपने देखने वालों की पीढ़ियों को प्रेरित कर रहा है।

चंद्रयान के चंद्रमा पर उतरते ही मल्लिकार्जुन खरगे ने एक वीडियो संदेश जारी कर मिशन को सफल बनाने में शामिल सभी लोगों की लगन, कड़ी मेहनत, और समर्पण को सलाम करते हुए कहा कि 2008 में जब चंद्रयान-1, भारत का तिरंगा लेकर चंद्रमा पर उतरा तो भारत चंद्रमा की सतह पर 'किसी वैज्ञानिक उपकरण को उतारने वाला चौथा देश बन गया था। आज चंद्रयान-तीन के माध्यम से हमने दुनिया के सामने अपनी शानदार वैज्ञानिक क्षमता का परिचय दिया है।

नेहरू की दूरदर्शिता का प्रमाण

खरगे ने कहा कि ये उपलब्धियां पंडित जवाहर लाल नेहरू की दूरदर्शिता का प्रमाण हैं जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वैज्ञानिक सोच ही एक स्वतंत्र राष्ट्र के विकास की भावना को आगे बढ़ा सकता है।

आर्यभट्ट मिशन हो या राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा या फिर उसके बाद के अन्य मिशन हों, भारत ने उपग्रह शोध और खोज में एक लंबा और सफल सफर तय किया है।


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