मालदीव के तीन दिवसीय दौरे पर किरेन रिजिजू, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मुइज्जू के शपथ ग्रहण में होंगे शामिल
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बुधवार को कहा है कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू शुक्रवार को मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मालदीव ने इस समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया था। व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता के रूप में देखे जाने वाले मुइजू शुक्रवार को मालदीव के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Wed, 15 Nov 2023 02:24 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बुधवार को कहा है कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू शुक्रवार को मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मालदीव ने इस समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया था। व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता के रूप में देखे जाने वाले मुइजू शुक्रवार को मालदीव के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू राष्ट्रपति पद के उद्घाटन समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए 16-18 नवंबर तक मालदीव का दौरा करेंगे।" इसमें कहा गया है कि उद्घाटन समारोह में उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधित्व दोनों देशों के बीच ठोस सहयोग और लोगों के बीच मजबूत संबंधों को और गहरा करने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
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मालदीव को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और प्रधानमंत्री के 'SAGAR' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) और 'Neighbourhood First Policy' के दृष्टिकोण में एक विशेष स्थान रखता है।"
मुइज्जू ने सितंबर में राष्ट्रपति पद के चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह को हराया था। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है और रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों सहित समग्र द्विपक्षीय संबंध पिछले कुछ वर्षों में ऊपर की ओर बढ़ रहे हैं। राष्ट्रपति सोलिह लगातार भारत के साथ संबंधों को बढ़ावा देने और "इंडिया फर्स्ट" नीति पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे।