जानें, दुनिया भर में विमान हादसों की 10 बड़ी घटनाएं
विमान लापता होने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती है। लापता हुए कई विमानों का पता चल जाता है लेकिन ऐसे भी कई घटनाएं हैं जिनमें लापता हुए विमानों का आज भी कुछ पता नहीं है।
नई दिल्ली, (वेब डेस्क)। शुक्रवार सुबह भारतीय सेना के विमान एएन-32 के लापता होने की घटना के बाद एक बार फिर दुनिया भर में लापता हुए विमानों की याद ताजा हो गई हैं। विमान के लापता होने की ये पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। पढ़िए ऐसी ही कुछ घटनाओं के बारे में...
नेपाल विमान हादसा
फरवरी 2016 में नेपाल में एक विमान हादसा हुआ था। हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन क्रू मेंबर और 20 यात्री थे। तारा एयरलाइंस के इस छोटे विमान ने पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ घंटे पहले ही ये विमान लापता हो गया था।
एयर एशिया विमान हादसा
दिसंबर 2015 में एयरबस ए320 विमान इंडोनेशिया के सुरबाया से सिंगापुर जा रहा था और उड़ान भरने के 40 मिनट बाद विमान से संपर्क टूट गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 162 लोगों की मौत हो गई थी।
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रूसी विमान हादसा
अक्टूबर 2015 में रूसी एयरबस ए-321 लापता होने के बाद हादसे का शिकार हो गई थी। विमान में सवार सभी 224 लोगों की मौत हो गई थी। फ्लाइट KGL9268 31 हज़ार फीट की ऊंचाई पर थी जब इससे संपर्क टूट गया। आतंकी संगठन आईएस ने विमान को मार गिराने का दावा किया था।
मलेशिया एयरलाइन्स हादसा
मार्च 2014 में मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट कुआलालंपुर से बीजिंग जाते वक्त चीनी सागर के ऊपर लापता हो गई थी। विमान में कुल 227 यात्री और 12 चालक दल सवार थे। इस विमान का आजतक कुछ पता नही चला है।
एयर फ्रांस फ्लाइट 447
साल 2009 में रियो डि जेनेरियो से पेरिस जा रही एक एयरबस ए330 अटलांटिक महासागर में गायब हो गई। इस दुर्घटना में सभी 228 यात्री और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई। हादसे के करीब पांच दिन बाद मृतकों के शवों और फ्लाइट के मलबे को खोजा गया। हादसे की वजह 3 वर्ष बाद सामने आई कि बर्फ के टुकड़ों के कारण ऑटोपायलट अलग हो गया था। इस दुर्घटना के 74 यात्रियों के शवों को अबतक निकाला नहीं जा सका है।
उरुग्वे एयर फोर्स फ्लाइट 571
1972 में चिला के सैंटियागो से एक विमान ने उड़ान भरी। खराब मौसम के कारण ये विमान हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई थी। विमान में 45 लोग सवार थे। 72 दिनों तक अधिकारियों को जानकारी ही नहीं थी कि हादसे के शिकार कुछ यात्री अब भी जिंदा हैं। इस बीच विमान के मलबे में शरण लिए 8 लोगों की बर्फीले तूफान के कारण मौत हो गई। बाकी 16 लोगों को जीवित रहने के लिए अपने मृत साथियों का मांस खाना पड़ा। विमान हादसे के दो महीने बाद इन लोगों के बारे में अधिकारियों को पता चला तब कहीं जाकर इन लोगों को बचाया जा सका।
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फ्लाइंग टाइगर लाइन फ्लाइट 739
1962 में गुआम से फ्लाइंग टाइगर लाइन फ्लाइट 739 की एक अमेरिकी सैन्य उड़ान भरी गई थी और विमान पर 90 से ज्यादा सैनिक सवार थे। ये लोग फिलीपींस जा रहे थे लेकिन ये फ्लाइट लापता हो गई। अमेरिकी सेना के 1300 लोगों ने इस विमान के मलबे की खोज की लेकिन अब तक न तो विमान के मलबे का कहीं कोई सुराग मिला और न ही विमान पर सवार सैनिकों की कोई जानकारी मिल सकी है।
ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज
एंडीज पर्वतमाला पर गायब 1947 की इस उड़ान का कोई चिन्ह पाने के लिए 50 वर्ष से अधिक का समय लगा। इस उड़ान पर 11 लोग सवार थे। अर्जेंटीना के दो रॉक क्लाइम्बर्स ने 1998 में एंडीज पर विमान के इंजन का मलबा खोजा था और इसके बाद सैन्य अभियान में लोगों के शव भी पाए गए थे। कुछ लोगों का कहना है कि जब विमान माउंट तुपानगेटो से टकराया तब एक बर्फीला तूफान आ गया था जिसमें विमान का मलबा और लोगों की लाशें दब गई थीं।
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बरमूडा ट्रैंगिल
बरमूडा ट्रैंगिल दुनियाभर में विमानों के रहस्यमय शिकारी के रूप में बदनाम है। दो ब्रिटिश साउथ अमेरिकन एयरवेज के पैसेंजर जेट्सी बरमूडा ट्रैंगिल में 1948 और 1949 में गायब हो गए थे। इन विमानों में 51 से ज्यादा लोग सवार थे और इनके बारे में कहीं कोई पता नहीं चला। इसी तरह 1945 में 5 अमेरिकी बमवर्षक विमानों इस इलाके में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहे थे लेकिन इनका भी कभी कोई पता नहीं चल सका। इन लोगों की खोज के लिए एक विमान में 13 सदस्यीय दल भेजा गया था लेकिन इस विमान का भी कोई पता नहीं चल सका था।
एमिलिया ईयरहार्ट का हादसा
विमानन इतिहास की ये सबसे ज्यादा चर्चित घटना है जिसमें एक बहुत ही अनुभवी पायलट एमेलिया ईयरहार्ट अपने दो इंजनों वाले मोनोप्लेन समेत फ्लाइट के दौरान गायब हो गई थीं। यह दुर्घटना 1937 में प्रशांत महासागर में हुई थी। एमीलिय अपने विमान से दुनिया का चक्कर लगाने की कोशिश कर रही थीं। अब तक न तो उनके विमान का कहीं कोई मलबा मिला और न एमीलिया का ही कुछ पता चला। 1939 में ईयरहार्ट को आधिकारिक तौर पर मृत घोषित कर दिया गया था।