Floods in India: बाढ़ की वो आठ घटनाएं जिनसे कांप उठा था पूरा देश, कहीं 500 तो कहीं 5000 की गई थी जान
Floods in India प्राकृतिक आपदाओं में हर साल देश में हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। मानसून के मौसम में पहाड़ी राज्यों में स्थिति और भी विकराल होती है। नदी नाले और झरने सभी उफान में होते हैं। मुंबई और चेन्नई जैसे बड़े शहर भी बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। आज बात करेंगे बाढ़ की उन आठ घटनाओं की जब पूरा देश दहल गया था।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बाढ़, बारिश और भूस्खलन से देश के कई हिस्सों में हर साल तबाही आती है। सैकड़ों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। इस साल भी केरल, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। यह प्राकृतिक आपदाएं लोगों के जेहन में हमेशा के लिए बस जाती हैं। आज बात करेंगे बाढ़ की उन आठ घटनाओं की... जिन्होंने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
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2013: केदारनाथ त्रासदी
2013 में उत्तराखंड के केदानाथ में बादल फटने से जल प्रलय आया था। चौराबाड़ी झील में बादल फटने से बाद बहकर आए भारी मलबे और विशाल पत्थरों ने तबाही मचाई थी। इस भीषण प्राकृतिक आपदा में 4700 तीर्थ यात्रियों के शव मिले थे। वहीं पांच हजार से अधिक लापता थे।
2014: मलिन गांव आपदा
2014 में पुणे के मालिन गांव में पहाड़ दरकने से भारी तबाही आई थी। यहां बाढ़ और भूस्खलन में करीब 151 लोगों की जान गई थी। पहाड़ टूटने की वजह से पूरा गांव ही मलबे में दब गया था। इस हादसे को अब 10 साल हो चुके हैं।2014: कश्मीर बाढ़
2014 में कश्मीर में बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस आपदा में करीब 500 लोगों की जान गई थी। वहीं 10 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। बाढ़ ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी तबाही मचाई थी। झेलम नदी का पानी श्रीनगर में भर गया था। इसके अलावा नीलम और पूंछ नदियों में भी बाढ़ आई थी।