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NEET Exam Row: 'गवर्नर ने किया विधानसभा का अनादर', राज्यपाल RN Ravi की आलोचना क्यों कर रही MK स्टालिन सरकार?

राज्य सरकार तमिलनाडु अंडर ग्रेजुएट मेडिकल पाठ्यक्रम विधेयक 2021 को पारित कराने में जुटी है। विधेयक पारित होने के बाद तमिलनाडु में मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने वाले इच्छुक छात्रों को नीट परीक्षा नहीं देनी होगी। छात्रों को प्लस टू यानी 12वीं की परीक्षा की मेरिट के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिल जाएगा। हालांकि राज्यपाल एलंगोवन रवि को यह विधेयक पसंद नहीं है।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Sun, 20 Aug 2023 10:26 AM (IST)
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नीट परीक्षा को लेकर तमिननाडु में सीएम एमके स्टालिन और गवर्नर आरएन रवि के बीच तकरार जारी।(फोटो सोर्स: जागरण)

चेन्नई, एएनआई। तमिलनाडु में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) को लेकर राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच रार जारी है। नीट परीक्षा के स्कोर के आधार पर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है। हालांकि, देश में हर साल कई छात्र नीट परीक्षा में असफल या अच्छे अंक न हासिल करने के बाद आत्महत्या कर लेते हैं।

तमिलनाडु में भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां छात्रों ने नीट में अच्छा स्कोर हासिल न करने के बाद आत्महत्या कर लिया। राज्य में छात्रों के आत्महत्याओं के मामलों पर नकेल कसने के लिए एमके स्टालिन सरकार एंटी-निट बिल (विधेयक) लेकर सामने आई है।

विधेयक के खिलाफ हैं राज्यपाल

राज्य सरकार तमिलनाडु अंडर ग्रेजुएट मेडिकल पाठ्यक्रम विधेयक, 2021 को पारित कराने में जुटी है। विधेयक पारित होने के बाद तमिलनाडु में मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने वाले इच्छुक छात्रों को नीट परीक्षा नहीं देनी होगी। छात्रों को प्लस टू यानी 12वीं की परीक्षा की मेरिट के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिल जाएगा। हालांकि, राज्यपाल एलंगोवन रवि (Tamil Nadu Governor R N Ravi) को यह विधेयक पसंद नहीं है।

राज्यपाल ने क्या कहा?

शनिवार को आरएन रवि ने इस विधेयक की आलोचना करते हुए कहा,"नीट के खिलाफ तमिलनाडु विधानसभा द्वारा अपनाए गए विधेयक को कभी मंजूरी नहीं देंगे। इसके अलावा, कुछ दिनों पहले राज्यपाल ने इस विधेयक को पारित करने से रोक लगा दी थी। राज्यपाल का मानना है कि नीट परीक्षा को सुप्रीम कोर्ट से अनुमोदित किया है। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा के जरिए गरिब छात्र भी मेडिकल की महंगी पढ़ाई कम खर्च में पढ़ सकते हैं। वहीं,एमके स्टालिन सरकार की कोशिश है कि इस विधेयक को पारित कराया जाए।

डीएमके नेता कर रहे राज्यपाल की आलोचना

शनिवार को एमके स्टालिन नेता टीकेएस एलंगोवन ने राज्यपाल के बयान पर आलोचना जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्होंने विधेयक पारित नहीं करते हुए विधानसभा का अनादर किया है।

नेता टीकेएस एलंगोवन ने आगे कहा,"राज्यपाल एक नियुक्त व्यक्ति हैं, जिनके पास लोकप्रिय समर्थन नहीं है। उन्होंने विधानसभा के प्रस्ताव का अनादर किया। वह क्या रवैया दिखा रहे हैं? वह ऐसा नहीं कह सकते। उनका कर्तव्य कागज पर हस्ताक्षर करना या कारण के साथ वापस करना है। वह विधेयक को पारित करने से नहीं रोक सकते हैं।

उन्होंने कहा, "हमें इससे लड़ना है, इसलिए हम आंदोलन कर रहे हैं।"बता दें कि डीएमके छात्र विंग और मेडिकल विंग रविवार को परीक्षा के खिलाफ राज्यभर में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।

राज्य में पिता-पुत्र ने कर लिया आत्महत्या

तमिलनाडु पुलिस के मुताबिक, 13 अगस्त को एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी क्योंकि उनका बेटे नीट परीक्षा में अच्छा स्कोर हासिल करने में असफल हो गया था और उसने आत्महत्या कर ली थी। अधिकारियों ने जानकारी दी कि मृतक एस जेगदीश्वरन (19) (S Jegadeeswaran) एक अभ्यर्थी था और उसने दो बार (NEET) परीक्षा में असफल होने के बाद एक दिन पहले ही फांसी लगा ली थी।

हम छात्रों के साथ खड़े हैं: डीएमके नेता

इस आत्महत्या मामले को लेकर राज्य के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शुक्रवार को कहा, "हम छात्रों के साथ खड़े हैं।"

20 अगस्त से राज्यभर में नीट का होगा विरोध प्रदर्शन

सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin) ने एएनआई से बात करते हुए कहा,"हम छात्रों के साथ खड़े हैं। हम लगभग पांच से छह वर्षों से नीट परीक्षा पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। हमने राज्यों में नीट परीक्षा की वजह से 20 छात्रों को खो दिया है। सभी को नैतिक जिम्मेदारी लेनी होगी।"

उन्होंने आगे जानकारी दी कि हमारे नेता के निर्देशों के अनुसार, छात्र विंग और मेडिकल विंग 20 अगस्त से नीट परीक्षा के खिलाफ को विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं।