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Jagdeep Dhankhar: वकील से राज्यपाल और फिर उप-राष्ट्रपति बनने तक का सफर

Vice President Election Result 2022 15 मई 1951 को जन्मे धनखड़ राजस्थान के झुंझुनू के किठाना गांव के रहने वाले हैं। वह एक कृषि से परिवार से आते हैं। इस खबर में पढ़े कैसा रहा है उनका सियासी सफर और कैसे की थी उन्होंने राजनीति में शुरूआत-

By Ashisha Singh RajputEdited By: Updated: Sat, 06 Aug 2022 09:41 PM (IST)
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एनडीए उम्मीदवार धनखड़ ने उपराष्ट्रपति की रेस में भारी मतों से जीत दर्ज कर ली है।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। देश को आज नया उपराष्ट्रपति मिल गया है। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्‍ट्रपति होंगे। एनडीए उम्मीदवार धनखड़ ने उपराष्ट्रपति की रेस में भारी मतों से जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को मात दे दी है। बता दें कि जगदीप धनखड़ को कुल 725 मतों में से 528 मत मिले हैं। उन्होंने 346 मतों से मार्गरेट अल्‍वा को हरा दिया है।

विस्तार से जानें नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बारे में-

  • जगदीप धनखड़ का राजस्थान के झुंझुनू के किठाना गांव में 15 मई, 1951 को जन्म हुआ था। वह एक किसान परिवार से आते हैं।
  • उन्होंने चित्तौड़गढ़ से अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, एलएलबी में महाराजा कॉलेज से भौतिकी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और वकालत करने लगे।
  • धनखड़ ने 1979 में बार काउंसिल ऑफ राजस्थान में एक वकील के रूप में नामांकन किया था। धनखड़ सबसे कम उम्र (35 वर्ष) में राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
  • जगदीप धनखड़ ने साल 1989 में जनता दल से जुड़े और राजनीति में प्रवेश किया। वह पहली बार झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र से भाजपा से सांसद निर्वाचित हुए और 1990 में वह वीपी सिंह सरकार में देश के संसदीय कार्य राज्यमंत्री बने। राजनीति में इस बेहतरीन शुरुआत के बाद अजमेर जिले की किशनगढ़ से वह विधायक निर्वाचित हुए।
  • उन्होंने तत्कालीन पीएम चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल के तहत 1990-1991 तक संसदीय कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
  • जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2019 से जुलाई 2022 तक पश्चिम बंगाल के 27वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। राज्यपाल बनने से पहले वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। यही नहीं धनखड़ राज्यपाल के रूप में शपथ लेने तक राज्य के वरिष्ठ अधिवक्ता भी थे।
  • बाद में उन्हें 1993 के राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान राजस्थान के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा (एमएलए) के सदस्य के रूप में चुना गया।