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नाथद्वार के भगवान शिव के अलावा जानें- देश में कहां-कहां स्थित हैं विशाल प्रतिमाएं, देश की एकता का हैं प्रतीक

भारत के कई राज्‍यों में हिंदू देवी-देवताओं से लेकर साधु-संतों कवियों और महान नेताओं की विशाल प्रतिमाएं स्‍थापित हैं। स्‍टेचू आ‍फ लिबर्टी को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का दर्जा हासिल है। ये भारत की एकता का भी प्रतीक है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Sat, 29 Oct 2022 12:14 PM (IST)
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विश्‍व की सबसे ऊंची प्रतिमा है स्‍टेचू आफ यूनिटी
नई दिल्‍ली (आनलाइन डेस्‍क)। राजस्‍थान के नाथद्वार में स्थित भगवान शिव की विशाल प्रतिमा के अलावा देश के कई राज्‍यों में भी ऐसी प्रतिमाएं हैं जो आज देश का गौरव हैं। इनमें महान नेताओं से लेकर, हिंदू देवी-देवताओं, महान कवियों और साधु-संतों की भी प्रतिमाएं शामिल हैं। ये देश और विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। आईए भारत की दस विशाल प्रतिमाओं के बारे में जानते हैं:-

स्‍टेचू आफ यूनिटी 

गुजरात में स्थित भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा Statue of Unity आज विश्‍व की सबसे बड़ी प्रतिमा है। ये आज भारत की पहचान है। ये 597 फीट ऊंची है। यह नर्मदा नदी सरदार सरोवर बांध से करीब 3.5 किमी की दूरी पर स्थित है।

वीर अभय अंजनेया स्‍वामी

ये प्रतिमा आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में स्थित है। भगवान हनुमान की ये विशाल प्रतिमा अपने आप में बेहद अदभुत है। ये करीब 135 फीट ऊंची है। इसको जून 2003 3 में देश को समर्पित किया गया था।

पद्मसंभव

हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थित ये प्रतिमा इस राज्‍य की एक पहचान भी है। पद्मसंभव भारत के एक सिद्ध पुरुष थे, जिन्‍होंने 8वीं सदी में बौद्ध धर्म के उपदेशों को तिब्‍बत और भूटान की सीमाओं के अंदर तक फैलाया और इसका प्रचार-प्रसार किया। यहां पर पद्मसंभव को गुरू रिन्‍पोछे और लोपों रिन्‍पोछे के नाम से भी जाना जाता है। इसकी ऊंचाई करीब 123 फीट है।

मुरुदेश्‍वर भगवान

कनार्टक में नार्थ कन्‍नड़ जिले के मुरुदेश्‍वर में ये भगवान शिव की विशाल प्रतिमा है। इस जगह का नाम भी भगवान शिव के नाम पर ही पड़ा है। यहां का समुद्र तक राज्‍य के सबसे सुंदर तटों में से एक है। प्राकृतिक सुंदरता के बीच भगवान शिव की ये प्रतिमा अपने आप में अनूठी है। ये करीब 122 फीट ऊंची है।

भगवान हनुमान की प्रतिमा

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के निकट जाखू की पहाड़ी पर स्थित भगवान हनुमान की ये प्रतिमा 108 फीट ऊंची है। इसको 2010 में देश को समर्पित किया गया था। यहां पर आने वाले पर्यटक प्राकृतिक सुदंरता के बीच भगवान हनुमान का दर्शन भी पाते हैं।

मिंड्रोलिंग मठ भगवान बुद्ध की प्रतिमा

देहरादून के मिंड्रोलिंग मठ में स्थित भगवान बुद्ध की ये प्रतिमा पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती आई है। ये भारत के प्रमुख मठों और तिब्‍बत में न्यिंगमा स्‍कूल के छह प्रमुख मठों में से एक है। इसकी ऊंचाई करीब 107 फीट है।

नांदुरा मारुति की प्रतिमा

महाराष्‍ट्र के बुलढाणा जिले के नांदुरा में स्थित हनुमान जी की ये प्रतिमा करीब 105 फीट ऊंची है। इसको यहां की नगर पालिका ने वर्ष 1931 में बनवाया था। उस वक्‍त देश में अंग्रेजों का राज था।

शिव की प्रतिमा

उत्‍तराखंड के हरिद्वार में हर की पौड़ी पर स्थित भगवान महादेव की ये प्रतिमा करीब 100 फीट ऊंची है। यहां पर स्‍नान करने वाले श्रद्धालु बाद में इसके दर्शन जरूर करते हैं। माना जाता है कि यहां पर स्‍नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

संत तिरुवल्‍लुवर की प्रतिमा

देश के सुदूर दक्षिण कन्‍याकुमारी में स्थित ये प्रतिमा देश ही नहीं विदेशी पर्यटकों को भी अपनी तरफ आकर्षित करती है। 133 फीट की ऊंची ये प्रतिमा एक ही पत्‍थर से बनी है। ये यहां के प्रसिद्ध संत और तमिल कवि थिरुवल्‍लूवर की है।

चिन्‍मय गनाधीश की प्रतिमा

महाराष्‍ट्र के कोल्‍हापुर में स्थित ये प्रतिमा करीब 85 फीट ऊंची है। ये देश में स्थित भगवान गणेश की सबसे ऊंची प्रतिमा भी है। वर्ष 2001 में इसका अभिषेक कर इसको देश को समर्पित किया गया था।

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