घातक हो सकता है फल और सब्जी का मिक्स जूस, जानें- 10 बेहतरीन जूस मिक्सचर
जूस पानी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक तो है, लेकिन बिना जानकारी के कोई भी जूस पीना आपको खतरे में डाल सकता है। यहां हम आपको दस सबसे बेहतरीन जूस मिक्सचरों के बारे में बता रहे हैं।
By Amit SinghEdited By: Updated: Sat, 01 Dec 2018 06:59 PM (IST)
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। स्वस्थ शरीर और एनर्जी के लिए जूस एक बेहतरीन फूड सप्लीमेंट माना जाता है। इसके तमाम फायदे हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोगों ने सुन रखा है। जूस को ज्यादा फायदेमंद और टेस्टी बनाने के लिए हम नए-नए प्रयोग भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जूस के साथ किए जाने वाले ये प्रयोग घातक साबित हो सकते हैं। खास तौर पर फल और सब्जी का जूस। जूस आपकी सेहत न बिगाड़ दे, इसलिए इससे जुड़े कुछ तथ्य जरूर जान लें।
फल और सब्जी का जूस मिलाने का असर
मशहूर डायटीशियन और शोधकर्ता माइकल टी मुरे अपनी हालिया रिपोर्ट में बताया है कि फल और सब्जी के जूस को मिलाकर नहीं पीना चाहिए, क्योंकि दोनों के लिए अलग-अलग पाचन क्रिया की आवश्यकता होती है। शोध में ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं, जिससे पता चले कि फल और सब्जी का जूस मिलाकर पीने से ये ज्यादा फायदा करता है। इसके विपरीत शोध में पता चला है कि इस तरह के मिक्सचर जूस पीने वालों को कई बार कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। इसमें गैस की समस्या सबसे ज्यादा है। शोध से पता चला है कि केवल गाजर और सेब को किसी भी फल या सब्जी के जूस संग मिलाकर पीना फायदेमंद हो सकता है। लिहाजा माइकल ने फल और सब्जी के जूस को मिलाकर न पीने की हिदायत दी है।
मशहूर डायटीशियन और शोधकर्ता माइकल टी मुरे अपनी हालिया रिपोर्ट में बताया है कि फल और सब्जी के जूस को मिलाकर नहीं पीना चाहिए, क्योंकि दोनों के लिए अलग-अलग पाचन क्रिया की आवश्यकता होती है। शोध में ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं, जिससे पता चले कि फल और सब्जी का जूस मिलाकर पीने से ये ज्यादा फायदा करता है। इसके विपरीत शोध में पता चला है कि इस तरह के मिक्सचर जूस पीने वालों को कई बार कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। इसमें गैस की समस्या सबसे ज्यादा है। शोध से पता चला है कि केवल गाजर और सेब को किसी भी फल या सब्जी के जूस संग मिलाकर पीना फायदेमंद हो सकता है। लिहाजा माइकल ने फल और सब्जी के जूस को मिलाकर न पीने की हिदायत दी है।
डायबिटीज मरीज जूस पीते वक्त बरतें ये सावधानी
डायटीशियन के अनुसार बहुत से फल और सब्जियों में काफी ज्यादा शूगर होती है। ऐसे में डायबिटीज मरीजों के लिए बिना जानकारी कोई भी जूस पीना काफी नुकसानदायक हो सकता है। फल और सब्जियों में प्राकृतिक रूप से शूगर मौजूद होती है, जो पोषक तत्वों की एक विस्तृत श्रृंखला से संतुलित होते हैं। ऐसे में डायबिटीज मरीज एक बार में आठ औंस से ज्यादा जूस न पीयें। इसमें भी उन्हें ज्यादातर सब्जियों के जूस का इस्तेमाल करना चाहिए। खाने के साथ ये जूस पीना ज्यादा लाभदायक होगा।
डायटीशियन के अनुसार बहुत से फल और सब्जियों में काफी ज्यादा शूगर होती है। ऐसे में डायबिटीज मरीजों के लिए बिना जानकारी कोई भी जूस पीना काफी नुकसानदायक हो सकता है। फल और सब्जियों में प्राकृतिक रूप से शूगर मौजूद होती है, जो पोषक तत्वों की एक विस्तृत श्रृंखला से संतुलित होते हैं। ऐसे में डायबिटीज मरीज एक बार में आठ औंस से ज्यादा जूस न पीयें। इसमें भी उन्हें ज्यादातर सब्जियों के जूस का इस्तेमाल करना चाहिए। खाने के साथ ये जूस पीना ज्यादा लाभदायक होगा।
पथरी के मरीज बरतें ये सावधानी
शोध में पता चला है कि जिन लोगों को बार-बार किडनी में पथरी की शिकायत होती है, उन्हें पालक वाले जूस से परहेज करना चाहिए। पालक कैल्शियम और ऑक्सालेट दोनों को बढ़ाता है, जो पथरी की समस्या की मुख्य वजह हो सकता है। ऐसे मरीजों को अपनी डाइट में कोई अन्य फ्रेश जूस शामिल करना चाहिए। करौंदे (क्रैनबेरी) का जूस ऐसे मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। ये किड़नी में कैल्शियम की मात्रा को कम करता है, जिससे बार-बार पथरी होने की संभावना तकरीबन 50 फीसद कम हो जाती है।जूस से हर तरह का न्यूट्रीशियन नहीं मिलता
जूस हमारे शरीर को कई तरह के न्यूट्रीशियन देतें हैं, लेकिन इनसे हर तरह के न्यूट्रीशियन नहीं मिलते। ऐसे में जूस के साथ अपने भोजन में कुछ अन्य पोषक खाद्य को शामिल करना आवश्यक है, ताकि हमें उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन और हेल्दी फैट्स भी मिले। खराब भोजन से अमेरिका में प्रति वर्ष होती हैं पौने सात लाख मौतें
सेंटर फॉर साइंस इन पब्लिक इंटेरेस्ट के अनुसार खराब भोजन की वजह से अकेले अमेरिका में प्रतिवर्ष औसतन पौने सात लाख मौतें होती हैं। इनकी वजह भोजन में पर्याप्त न्यूट्रीशियन की कमी है, इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही डायबिटीज और कैंसर का भी खतरा बढ़ता है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिसीजेस के अनुसार पर्याप्त न्यूट्रीशियन न मिलने और खराब भोजन की वजह से अमेरिका में दो तिहाई से ज्यादा वयस्क मोटापे के शिकार हैं।ये 10 जूस हैं सबसे फायदेमंद
1. ककड़ी व नासपाती का जूस – इससे सी व के के साथ कई तरह के विटामिन मिलते हैं। ककड़ी में लगभग 90 फीसद पानी और इलेक्ट्रोलाइट होता है। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। इस जूस में दो खीरे, एक नासपाती, आधा नींबू, एक कप साग और प्राकृतिक मिंट की कुछ पत्तियां मिलाएं। इस जूस को किसी भी वक्त लिया जा सकता है।
2. तरबूज व नींबू का जूस – तरबूज में भी काफी मात्रा में पानी होता है और ये शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इसमें नींबू मिलाने से इसका स्वाद तो बढ़ता ही है, साथ ही विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स भी पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं। इस जूस में दो कप कटा हुआ तरबूज, एक नींबू और मिंट की कुछ पत्तियां मिलाएं। इस जूस को सुबह के वक्त पीना सबसे लाभदायक होता है।
3. गाजर व खट्टे फल का जूस – गाजर में काफी मात्रा में विटामिन ए, सी और बीटा-कैरोटीन समेत कई पोषक तत्व होते हैं। इसे संतरे, मोषम्बी या किसी अन्य खट्ठे फल के साथ मिलाने से इसका स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही ये एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट भी बन है। इस जूस में आठ गाजर व एक खट्टा फल मिलाएं। इस जूस को दिन में किसी भी वक्त प्यास बुझाने के लिए पीया जा सकता है।
4. गाजर व चेरी का जूस – इस जूस में आपको गाजर और चेरी दोनों के भरपूर न्यूट्रीशियन और एंटी ऑक्सीडेंट मिलते हैं। इस जूस में आठ गाजर और एक कप कटी हुई चेरी मिलाएं। इस जूस को हेल्दी स्नैक्स के तौर पर किसी भी टाइम पीया जा सकता है।
5. स्ट्राबेरी व तरबूज का जूस – तरबूज के विटामिन ए व बी के साथ इसमें काफी मात्रा में स्ट्राबेरी का विटामिन सी भी मौजूद होता है। ये शरीर में पानी की कमी पूरी करने का बेहतरीन माध्यम है। इस जूस में दो कप कटे हुए तरबूज, एक कप कटी हुई स्ट्राबेरी और थोड़ी सी रोजमैरी मिलाएं। इस जूस को किसी भी वक्त पिया जा सकता है। ये बहुत हल्का जूस होता है, लिहाजा इसे खाने के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. पार्सले, काले व सेब का जूस – पार्सले में विटामिन ए, के, सी, बी12, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, कैरोटीन, अमीनो एसिड, फैटी एसिड व फाइबर होता है। ये फेफड़ों, पेट, ब्लैडर व लिवर के लिए अच्छा होता है। काले में फाइबर, सल्फर, ओमेगा-3 एसिड और कैल्शियम होता है। ये लिवर, आर्थराइटिस, अस्थमा और हड्डियों को मजबूत करता है। इस जूस में एक बंच पार्सले व काले, तीन बड़े सेब, एक खीरा व दो नीबूं मिलाएं।
7. अदरक व गाजर का जूस – अदरक पाचन क्रिया को सुधारता है। इसे किसी भी रसदार मिश्रण में शामिल कर सकते हैं। गाजर के साथ इसका स्वाद और अच्छा बनता है। इस जूस में एक इंच ताजा अदरक, चार गाजर व दो संतरे मिलाएं। ये स्वाद में लगभग संतरे के जूस की तरह ही लगेगा, लेकिन सुबह-सुबह संतरे के जूस की जगह इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
8. अनानास व काले का जूस - काले में फाइबर, सल्फर, विटामिन सी व के, ओमेगा-3 एसिड और कैल्शियम आदि होता है। ये लिवर, आर्थराइटिस, अस्थमा और हड्डियों को मजबूत करता है। इस जूस को बनाने के लिए पांच कप काले, एक कप कटा हुआ अनानास, एक खीरा और एक नीबूं का इस्तेमाल करें। ये जूस किसी भी वक्त लिया जा सकता है। इसका स्वाद मीठा होता है।
9. आम, अनानास, संतरे व काले का जूस – संतरे की वजह से इसमें विटामिन सी मिलता है। आम से एंटीऑक्सीडेंट और अनानास से बीटा कैरोटीन, बी6 और फोलेट आदि मिलता है। काले मिलाने से इस जूस में न्यूट्रीशियन की मात्रा और बढ़ जाती है। इस जूस में एक बड़ा आम, एक कप अनानास, आधा संतरा और तीन कप काले डालें। ये जूस स्वाद में मीठा लगेगा, इसलिए खाने के बाद इसका इस्तेमाल सबसे बेहतर होगा।
10. अजवायन, अदरक व सेव का जूस – हरे अजवायन की पत्तियों में सोडियम, तांबा, लोहा, जस्ता, मैग्नीशियम, पोटेशिय़म, फैटी एसिड, विटामिन ए, के, सी, ई, डी और बी आदि पाया जाता है। इसे अदरक व सेव के साथ मिलाने पर इसकी पोषकता और बढ़ जाती है। इस जूस में हरे अजवायन की आठ डंठल, एक इंच ताजा अदरक, एक सेब और धनिया पत्तों का एक बंच डालें। इसे वर्कआउट करने के बाद पीना सबसे लाभदायक है।
(किसी भी जूस का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरी सलाह अवश्य लें। कुछ बीमारियों में उपर्युक्त जूस नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।)
शोध में पता चला है कि जिन लोगों को बार-बार किडनी में पथरी की शिकायत होती है, उन्हें पालक वाले जूस से परहेज करना चाहिए। पालक कैल्शियम और ऑक्सालेट दोनों को बढ़ाता है, जो पथरी की समस्या की मुख्य वजह हो सकता है। ऐसे मरीजों को अपनी डाइट में कोई अन्य फ्रेश जूस शामिल करना चाहिए। करौंदे (क्रैनबेरी) का जूस ऐसे मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। ये किड़नी में कैल्शियम की मात्रा को कम करता है, जिससे बार-बार पथरी होने की संभावना तकरीबन 50 फीसद कम हो जाती है।जूस से हर तरह का न्यूट्रीशियन नहीं मिलता
जूस हमारे शरीर को कई तरह के न्यूट्रीशियन देतें हैं, लेकिन इनसे हर तरह के न्यूट्रीशियन नहीं मिलते। ऐसे में जूस के साथ अपने भोजन में कुछ अन्य पोषक खाद्य को शामिल करना आवश्यक है, ताकि हमें उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन और हेल्दी फैट्स भी मिले। खराब भोजन से अमेरिका में प्रति वर्ष होती हैं पौने सात लाख मौतें
सेंटर फॉर साइंस इन पब्लिक इंटेरेस्ट के अनुसार खराब भोजन की वजह से अकेले अमेरिका में प्रतिवर्ष औसतन पौने सात लाख मौतें होती हैं। इनकी वजह भोजन में पर्याप्त न्यूट्रीशियन की कमी है, इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही डायबिटीज और कैंसर का भी खतरा बढ़ता है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिसीजेस के अनुसार पर्याप्त न्यूट्रीशियन न मिलने और खराब भोजन की वजह से अमेरिका में दो तिहाई से ज्यादा वयस्क मोटापे के शिकार हैं।ये 10 जूस हैं सबसे फायदेमंद
1. ककड़ी व नासपाती का जूस – इससे सी व के के साथ कई तरह के विटामिन मिलते हैं। ककड़ी में लगभग 90 फीसद पानी और इलेक्ट्रोलाइट होता है। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। इस जूस में दो खीरे, एक नासपाती, आधा नींबू, एक कप साग और प्राकृतिक मिंट की कुछ पत्तियां मिलाएं। इस जूस को किसी भी वक्त लिया जा सकता है।
2. तरबूज व नींबू का जूस – तरबूज में भी काफी मात्रा में पानी होता है और ये शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इसमें नींबू मिलाने से इसका स्वाद तो बढ़ता ही है, साथ ही विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स भी पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं। इस जूस में दो कप कटा हुआ तरबूज, एक नींबू और मिंट की कुछ पत्तियां मिलाएं। इस जूस को सुबह के वक्त पीना सबसे लाभदायक होता है।
3. गाजर व खट्टे फल का जूस – गाजर में काफी मात्रा में विटामिन ए, सी और बीटा-कैरोटीन समेत कई पोषक तत्व होते हैं। इसे संतरे, मोषम्बी या किसी अन्य खट्ठे फल के साथ मिलाने से इसका स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही ये एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट भी बन है। इस जूस में आठ गाजर व एक खट्टा फल मिलाएं। इस जूस को दिन में किसी भी वक्त प्यास बुझाने के लिए पीया जा सकता है।
4. गाजर व चेरी का जूस – इस जूस में आपको गाजर और चेरी दोनों के भरपूर न्यूट्रीशियन और एंटी ऑक्सीडेंट मिलते हैं। इस जूस में आठ गाजर और एक कप कटी हुई चेरी मिलाएं। इस जूस को हेल्दी स्नैक्स के तौर पर किसी भी टाइम पीया जा सकता है।
5. स्ट्राबेरी व तरबूज का जूस – तरबूज के विटामिन ए व बी के साथ इसमें काफी मात्रा में स्ट्राबेरी का विटामिन सी भी मौजूद होता है। ये शरीर में पानी की कमी पूरी करने का बेहतरीन माध्यम है। इस जूस में दो कप कटे हुए तरबूज, एक कप कटी हुई स्ट्राबेरी और थोड़ी सी रोजमैरी मिलाएं। इस जूस को किसी भी वक्त पिया जा सकता है। ये बहुत हल्का जूस होता है, लिहाजा इसे खाने के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. पार्सले, काले व सेब का जूस – पार्सले में विटामिन ए, के, सी, बी12, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, कैरोटीन, अमीनो एसिड, फैटी एसिड व फाइबर होता है। ये फेफड़ों, पेट, ब्लैडर व लिवर के लिए अच्छा होता है। काले में फाइबर, सल्फर, ओमेगा-3 एसिड और कैल्शियम होता है। ये लिवर, आर्थराइटिस, अस्थमा और हड्डियों को मजबूत करता है। इस जूस में एक बंच पार्सले व काले, तीन बड़े सेब, एक खीरा व दो नीबूं मिलाएं।
7. अदरक व गाजर का जूस – अदरक पाचन क्रिया को सुधारता है। इसे किसी भी रसदार मिश्रण में शामिल कर सकते हैं। गाजर के साथ इसका स्वाद और अच्छा बनता है। इस जूस में एक इंच ताजा अदरक, चार गाजर व दो संतरे मिलाएं। ये स्वाद में लगभग संतरे के जूस की तरह ही लगेगा, लेकिन सुबह-सुबह संतरे के जूस की जगह इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
8. अनानास व काले का जूस - काले में फाइबर, सल्फर, विटामिन सी व के, ओमेगा-3 एसिड और कैल्शियम आदि होता है। ये लिवर, आर्थराइटिस, अस्थमा और हड्डियों को मजबूत करता है। इस जूस को बनाने के लिए पांच कप काले, एक कप कटा हुआ अनानास, एक खीरा और एक नीबूं का इस्तेमाल करें। ये जूस किसी भी वक्त लिया जा सकता है। इसका स्वाद मीठा होता है।
9. आम, अनानास, संतरे व काले का जूस – संतरे की वजह से इसमें विटामिन सी मिलता है। आम से एंटीऑक्सीडेंट और अनानास से बीटा कैरोटीन, बी6 और फोलेट आदि मिलता है। काले मिलाने से इस जूस में न्यूट्रीशियन की मात्रा और बढ़ जाती है। इस जूस में एक बड़ा आम, एक कप अनानास, आधा संतरा और तीन कप काले डालें। ये जूस स्वाद में मीठा लगेगा, इसलिए खाने के बाद इसका इस्तेमाल सबसे बेहतर होगा।
10. अजवायन, अदरक व सेव का जूस – हरे अजवायन की पत्तियों में सोडियम, तांबा, लोहा, जस्ता, मैग्नीशियम, पोटेशिय़म, फैटी एसिड, विटामिन ए, के, सी, ई, डी और बी आदि पाया जाता है। इसे अदरक व सेव के साथ मिलाने पर इसकी पोषकता और बढ़ जाती है। इस जूस में हरे अजवायन की आठ डंठल, एक इंच ताजा अदरक, एक सेब और धनिया पत्तों का एक बंच डालें। इसे वर्कआउट करने के बाद पीना सबसे लाभदायक है।
(किसी भी जूस का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरी सलाह अवश्य लें। कुछ बीमारियों में उपर्युक्त जूस नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।)