कुवैत से लाए गए 45 भारतीयों के शव, पहले कोच्चि फिर दिल्ली उतरा विमान; लोगों की आंखें हुई नम
कुवैत में अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के शव शुक्रवार को वायुसेना के विशेष विमान सी-130जे से स्वदेश लाए गए। वायुसेना का विमान कुवैत से पहले कोच्चि आया क्योंकि इसमें केरल तमिलनाडु और कर्नाटक के निवासियों के शव थे। इसके बाद उत्तर भारतीय पीड़ितों के 14 शवों को लेकर वायुसेना का विमान नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा ।
पीटीआई, कोच्चि। केरल ने शुक्रवार को कुवैत अग्निकांड में मारे गए राज्य के लोगों को अश्रुपूर्ण विदाई दी। यह राज्य के प्रवासी समुदाय को प्रभावित करने वाली अब तक की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है। पीड़ितों के घरों का दृश्य दिल दहला देने वाला था।
अग्निकांड में मारे गए लोगों के शव जब उनके घर पहुंचे, तो उनके रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों को सांत्वना देने में मुश्किल हुई। इस बीच, कुवैत में भीषण आग लगने से घायल एक और भारतीय की मौत हो गई है। इससे मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है।
धार्मिक रीति-रिवाज से हुई अंत्येष्टि
शुक्रवार शाम तक ज्यादातर पीड़ितों के शवों की उनके धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंत्येष्टि कर दी गई। कुछ परिवारों ने अपने प्रियजनों के शवों की अंत्येष्टि बाद में करने का फैसला किया, क्योंकि वे विदेश से अपने नजदीकी रिश्तेदारों के आने का इंतजार कर रहे हैं। कोचीन हवाई अड्डे पर शुक्रवार को बेहद गमगीन माहौल था।कुवैत अग्निकांड में मारे गए लोगों के शव जब एक-एक कर बाहर लाए जाने लगे तो वहां मौजूदा उनके प्रियजन चीत्कार कर उठे। अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के शव शुक्रवार को वायुसेना के विशेष विमान सी-130जे से स्वदेश लाए गए। वायुसेना का विमान कुवैत से पहले कोच्चि आया, क्योंकि इसमें केरल (23), तमिलनाडु (7) और कर्नाटक (1) के निवासियों के शव थे।
14 शवों को लेकर दिल्ली उतरा विमान
इसके बाद उत्तर भारतीय पीड़ितों के 14 शवों को लेकर वायुसेना का विमान नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। इनमें 2 शव हरियाणा और एक पंजाब के थे। जिन राज्यों के लोगों के शव यहां लाए गए, उनमें हरियाणा पंजाब के अलावा आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड के लोग शामिल थे। बिहार के जिन दो लोगों के शव यहां लाए गए हैं, उनमें अनिल गिरी व शिवशंकर सिंह शामिल हैं। ये दोनों बिहार के गोपालगंज से कुवैत गए थे।विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह इन शवों को लेकर कुवैत से स्वदेश आए। कोच्चि में आवश्यक सुरक्षा मंजूरी के कारण ताबूतों को बाहर लाने में एक घंटा लग गया। दक्षिण भारतीय राज्यों के पीड़ितों के शव यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाए गए, जहां केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन सहित केंद्रीय और राज्य के मंत्रियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक संतप्त परिवार सुबह से ही यहां एकत्र हो गए थे और अपने प्रियजनों के शव का धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहे थे।