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LK Advani: जब पीएम मोदी के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री से भिड़ गए थे आडवाणी, US वीजा न दिए जाने को लेकर किया था बड़ा खुलासा

इस बीच 2005 का वो किस्सा याद आ रहा है जब यह खबर बहुत तेजी से फैली थी कि अमेरिका ने गुजरात के पूर्व सीएम नरेंद्र मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। इस खबर पर विपक्षियों ने नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला था। हालांकि सच क्या था इसका खुलासा खुद लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में किया। उन्होंने यह ब्लॉग 25 मार्च 2012 को लिखा था।

By Nidhi Avinash Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sat, 03 Feb 2024 07:36 PM (IST)
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पीएम मोदी के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री से भिड़ गए थे आडवाणी (Image: ANI)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। PM Modi Visa Story By LK Advani: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जाएगा। इसकी बात की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्टीट कर दी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि मूझे ये जानकारी शेयर करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। आपको बता दें कि पीएम मोदी और आडवाणी का दशकों लंबा साथ रहा है।

2002 गोधरा दंगों के दौरान नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। उस समय मोदी सरकार पर कई सवाल उठाए गए थे। तब आडवाणी उनके समर्थन में आए और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से अड़ते हुए नरेंद्र मोदी को गुजरात का सीएम बने रहने को कह दिया था। 

क्या सच में मोदी का अमेरिकी वीजा कैंसिल हुआ था?

इस बीच 2005 का वो किस्सा याद आ रहा है जब यह खबर बहुत तेजी से फैली थी कि अमेरिका ने पूर्व गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। इस खबर पर विपक्षियों ने नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला था। हालांकि, सच क्या था इसका खुलासा खुद लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में किया। उन्होंने यह ब्लॉग 25 मार्च, 2012 को लिखा था। इस पोस्ट में उन्होंने मोदी को वीजा न दिए जाने पर बड़ा खुलासा करते हुए 2008 में आई पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस का जिक्र किया।

क्या था पोस्ट में?

22 मार्च, 2012 के ब्लॉग में आडवाणी ने बताया था कि अगस्त 2008 में अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने भारत की आधिकारिक दौरा किया था। राइस ने आडवाणी से उनके आवास में मुलाकात की थी। इस दौरान दोंनों के बीच भारत-अमेरिका संबंधों और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध को लेकर चर्चा हुई थी। हालांकि, इस दौरान आडवाणी ने मोदी को अमेरिकी वीजा देने से इनकार करने का मुद्दा भी उठाया।

आडवाणी ने लिखा 'मैनें राइस से कहा कि यह पहली बार हो सकता है कि दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र में किसी राज्य के निर्वाचित मुख्यमंत्री को वीजा देने से इनकार कर दिया गया है। लेकिन, हमें आश्चर्य इस बात पर हुआ कि मोदी द्वारा वीजा मांगा ही नहीं गया था और फिर भी वीजा से इनकार कर दिया गया।'

मोदी ने मुझे किया था सूचित

आडवाणी ने कोंडोलीजा से कहा कि 'मोदी ने मुझे सूचित किया था कि उन्होंने अमेरिकी वीजा के लिए कोई आवेदन नहीं किया था।'इस बात पर कोंडोलीजा ने अपने साथ आए अधिकारियों से इस बात की पुष्टि की और पूछा ' क्या यह सच है?' इस पर अधिकारियों ने कहा कि हां यह सच है।

रिपोर्ट एक सीनेटर के पत्र पर दिए गए आधिकारिक जवाब पर आधारित थी। आडवाणी आगे लिखते है कि विडंबना यह है कि जिस अमेरिकी सरकार ने मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया, उसी अमेरिकी कांग्रेस के एक थिंक टैंक द्वारा तैयार की गई 100 पन्नों की रिपोर्ट में मोदी सरकार की जमकर तारीफ की गई हैं।'

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