Tripura: वाममोर्चा ने त्रिपुरा विधानसभा के नतीजों को बताया अप्रत्याशित, कहा- विरोधी दलों की वजह से जीती BJP
वाममोर्चा ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव परिणामों को अप्रत्याशित बताया। उन्होंने दावा किया कि BJP विरोधी दलों के बीच वोट विभाजन ने पार्टी को चुनाव जीतने में मदद की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न चुनावों में लगभग 60 प्रतिशत लोगों का जनादेश BJP के खिलाफ था।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 04 Mar 2023 11:35 AM (IST)
अगरतला, एजेंसी। वाममोर्चा ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव परिणामों को अप्रत्याशित करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा विरोधी दलों के बीच वोट विभाजन ने भगवा पार्टी को कम सीटों के साथ चुनाव जीतने में मदद की।
वाम मोर्चा ने यह भी दावा किया कि हाल ही में संपन्न चुनावों में लगभग 60 प्रतिशत लोगों का जनादेश भाजपा के खिलाफ था क्योंकि चुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत 39 प्रतिशत था।यदि कोई पांच साल के कुशासन और लोगों की अभिव्यक्ति को देखे तो परिणाम की पुष्टि नहीं होती है। वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कार ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भाजपा के खिलाफ लगभग 60 प्रतिशत जनादेश एक विशेष पार्टी के लोगों के अविश्वास को दर्शाता है।
चुनावों में, भाजपा का वोट शेयर 2018 के चुनावों में 43.59 प्रतिशत से 39 प्रतिशत कम था। 60 सदस्यीय विधानसभा में इसकी सीटों की संख्या भी 36 से घटकर 32 हो गई है।माकपा का वोट शेयर भी 42.70 फीसदी से घटकर 24 फीसदी रह गया है, जबकि कांग्रेस का वोट शेयर 1.41 फीसदी से बढ़कर 8.56 फीसदी हो गया है।
टिपरा मोथा को लगभग 20 फीसदी वोट मिले हैं और वाम मोर्चे की कीमत पर आदिवासी और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में 13 सीटें जीती हैं।
कार (Kar) ने दावा किया कि भाजपा विरोधी दलों के बीच वोट विभाजन ने वास्तव में भगवा पार्टी को कम सीटों के साथ सरकार बनाने में मदद की है।उन्होंने चुनाव के बाद कुछ इलाकों में हुई हिंसा पर चिंता जताते हुए सरकार, प्रशासन और पुलिस से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने का आग्रह किया।यह भी पढ़ें- Kerala: SFI कार्यकर्ताओं ने समाचार चैनल के कार्यालय में की तोड़फोड़, फर्जी खबर को लेकर कर्मचारियों को धमकाया
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