Bharat Bandh News: हरियाणा में विरोध प्रदर्शन तेज, पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल, राहुल गांधी और कैप्टन अमरिंदर ने जताया विरोध
केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली चलो मार्च निकाल रहे हैं। किसान करनाल से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों को तितर- बितर करने के लिए पुलिस प्रशासन ने वाटर केनन का इस्तेमाल किया है।
LIVE Bharat Bandh and Farmers Protest
- पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, यहां के किसान आपके (केंद्र) लाए गए बिलों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। आप राजधानी में जाने वाले किसी व्यक्ति को रोक नहीं सकते, जहां संसद है और जहां अपने विचार व्यक्त कर रहा है। आप उन्हें क्यों रोक रहे हैं? किसानों को रोकना इस देश की संवैधानिक भावना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ है। मुझे लगता है कि हरियाणा सरकार को उन्हें जाने की अनुमति देनी चाहिए थी और दिल्ली सरकार को अपनी बात पेश करने के लिए उन्हें बैठने के लिए जगह देनी चाहिए थी।Stopping farmers is going against the Constitutional spirit and freedom of speech of this country. I think the Haryana government should have allowed them to go and Delhi govt should give them space to go and sit down to present their point: Punjab CM https://t.co/nUmrnot0cF" rel="nofollow
— ANI (@ANI) November 26, 2020
हरियाणा सरकार और केंद्र की निंदानहीं हुआ है अभी सवेरा,
पूरब की लाली पहचान
चिड़ियों के जगने से पहले,
खाट छोड़ उठ गया किसान
काले क़ानूनों के बादल गरज रहे गड़-गड़,
अन्याय की बिजली चमकती चम-चम
मूसलाधार बरसता पानी,
ज़रा ना रुकता लेता दम!
मोदी सरकार की क्रूरता के ख़िलाफ़ देश का किसान डटकर खड़ा है। pic.twitter.com/UMtYbKqSkM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 26, 2020
- कृषि सुधार कानून को लेकर हरियाणा के करनाल में खासा विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सड़क में उतरे किसानों को तितर-बितर में करने के लिए पुलिस प्रशासन ने उन पर पानी का छिड़काव किया है। ये सभी किसान दिल्ली की ओर आगे बढ़ रहे हैं।"Today is Punjab’s 26/11. We are witnessing end of right to democratic protest. Akali Dal condemns Haryana govt & Centre for choosing to repress peaceful farmer movement. Battle for Punjab farmers' rights can't be throttled by using water cannons against them," tweets SAD Chief. pic.twitter.com/GyZXOhilzU
— ANI (@ANI) November 26, 2020
-कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ' नए कृषि कानून समय की मांग हैं। आने वाले समय में यह क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है। हमने पंजाब में सचिव स्तर पर अपने किसान भाइयों की गलत धारणाओं को दूर करने के लिए बात की है। हम 3 दिसंबर को बात करेंगे। मैं अपने किसान भाइयों से अपील करना चाहता हूं कि वे आंदोलन न करें। हम मुद्दों के बारे में बात करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार हैं। मुझे यकीन है कि हमारे संवाद का सकारात्मक परिणाम होगा।'- कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन के चलते दिल्ली-नोएडा बॉर्डर के पास कालिंदी कुंज में जाम लग गया है। एसएचओ सरिता विहार ने बताया, 'कोई प्रदर्शनकारी दिल्ली में दाखिल ना हो पाए इसके लिए पुलिस की सभी टीमें उच्च अधिकारियों के साथ हर जगह अलर्ट पर हैं।'- समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार मेधा पाटकर के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों को राजस्थान की सीमा से सटे आगरा जिले के सयान गांव के पास उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने से रोक दिया गया। राजस्थान और मध्य प्रदेश के आंदोलनकारी किसान खेत कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के लिए दिल्ली आए थे। - मिल रही जानकारी के अनुसार मेवात में किसान नेता योगेंद्र यादव को उनके साथियों के साथ गुरुग्राम पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।- प्रदर्शनकारियों ने पंजाब- हरियाणा बॉर्डर पर हंंगामा कर दिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने एक वीडियो ट्वीट किया है। शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शकारियों ने पथराव करते दिख रहे हैं।Haryana: Police use water cannon to disperse farmers who have gathered in Karnal and are proceeding towards Delhi to protest against farm laws. pic.twitter.com/kYbxVCzhpH
— ANI (@ANI) November 26, 2020
- कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों ने शंभू बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेड को पुल के नीचे फेंक दिया।— ANI (@ANI) November 26, 2020
- कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करके कहा, 'किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून के विरोध में किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं।' - समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली की तरफ आ रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि हम दिल्ली को कूच कर रहे हैं, वहां रोका जाएगा तो सब सड़कों पर जाम लगा देंगे। हमारे पास 4-5 महीने का सामान है। हजार से ज्यादा ट्रालियां जा रही हैं।— ANI (@ANI) November 26, 2020
- दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। किसान कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली आ रहे हैं। - समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। - समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार श्रम सुधारों के खिलाफ देशव्यापी बंद के चलते केरल के कोच्चि शहर में बस सेवा बाधित हुई है। यहां बाजार भी बंद हैं। - भुवनेश्वर में ओडिशा निर्वाण श्रमिक महासंघ के सदस्य, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स और ऑल उड़ीसा पेट्रोल और डीजल पंप वर्कर्स एसोसिएशन ने धरना प्रदर्शन किया। यह भी पढ़ें: पंजाब के किसानों ने शंभू बार्डर पर बेरिकेट्स तोड़े, पैदल आगे बढ़ने की अनुमति मिली, अन्य नाकों पर भी तनाव - भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों ने (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, सीपीआइ(एम) और कांग्रेस ब्लॉक जादवपुर में रेलवे ट्रैक ब्लॉक कर दिया है। - किसानों के 'दिल्ली चलो' प्रदर्शन के मद्देनजर फरीदाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। फरीदाबाद पुलिस ने कहा कि उनकी टीम हर बॉर्डर पर तैनात है। उन्हें सरकार और विभाग के तरफ से निर्देश मिला है कि किसानों को 26-27 नवंबर को दिल्ली में प्रवेश न करने दिया जाए। - कोलकाता में ट्रेड यूनियन सदस्यों का विरोध प्रदर्शन।— ANI (@ANI) November 26, 2020
#WATCH पश्चिम बंगाल: कोलकाता में नए श्रम और कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल के दौरान लेफ्ट ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/lAi8fYgEc4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2020दोपहर 2 बजे तक दिल्ली मेंट्रों एनसीआर में नहीं जाएगीसब- इंस्पेक्टर पृथ्वीराज मीणा ने गुरुवार को समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि हम यहां से गुजरने वाले हर वाहन की जांच कर रहे हैं। होमगार्ड जवान यहां तैनात हैं। वरिष्ठ अधिकारी चक्कर लगा रहे हैं। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। अभी तक यहां कोई किसान नहीं आया है। अगर किसान यहां आते हैं तो हम उनके साथ बातचीत करने की कोशिश करेंगे। दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर चार से पांच स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है। इस बीच दिल्ली मेट्रो गुरुवार को दोपहर 2 बजे तक दिल्ली मेंट्रों एनसीआर में नहीं जाएगी। इस दौरान दिल्ली से नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गुरुग्राम तक मेट्रो सेवाएं बंद रहेंगी।