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Modi 3.0 Govt: 18वीं लोकसभा में कितने सांसद हैं ग्रेजुएट? पहली बार पार्लियामेंट पहुंचने वालों की संख्या भी बढ़ी

18 वीं लोकसभा की तस्वीर इस बार कई मायनों में पिछली लोकसभा से अलग होगी। इस दौरान जो अहम बदलाव दिखने को मिलेंगे उसमें इस बार लोकसभा में पिछली लोकसभा के मुकाबले और अधिक सांसद स्नातक या उससे अधिक पढ़े-लिखे होंगे। 18वीं लोकसभा में इस बार चुनकर आए 543 सांसदों में से इस बार 423 सांसद ऐसे होंगे जो शिक्षा स्नातक या उससे अधिक होगी।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Thu, 06 Jun 2024 10:47 PM (IST)
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18वीं लोकसभा के 78 प्रतिशत सांसद स्नातक या उससे अधिक शिक्षित। फाइल फोटो।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 18 वीं लोकसभा की तस्वीर इस बार कई मायनों में पिछली लोकसभा से अलग होगी। इस दौरान जो अहम बदलाव दिखने को मिलेंगे, उसमें इस बार लोकसभा में पिछली लोकसभा के मुकाबले और अधिक सांसद स्नातक या उससे अधिक पढ़े-लिखे होंगे।

इतने सांसदों के पास है डॉक्टरेट की डिग्री

18वीं लोकसभा में इस बार चुनकर आए 543 सांसदों में से इस बार 423 सांसद ऐसे होंगे, जो शिक्षा स्नातक या उससे अधिक होगी। इनमें 27 सांसद डॉक्टरेट डिग्री वाले भी होंगे। 17वीं लोकसभा में स्नातक और उससे अधिक पढ़े-लिखे सांसदों की संख्या 396 थी, वहीं डॉक्टरेट डिग्री वाले सांसद करीब 21 थे। 18 वीं लोकसभा से जुड़ी यह जानकारी संसद के कामकाज पर शोध करने वाली एजेंसी पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च की रिपोर्ट से सामने आयी है।

कितने प्रतिशत सांसद हैं शिक्षित?

रिपोर्ट के मुताबिक 18वीं लोकसभा में इस बार 78 प्रतिशत से अधिक सांसद स्नातक या उससे अधिक पढ़े-लिखे है। इसके साथ ही कम पढ़े-लिखे सांसदों की संख्या भी घटी है। लोकसभा में इस बार सिर्फ 22 प्रतिशत यानी 119 सांसद ऐसे होंगे, जिनकी शिक्षा हायर सेकेंडरी या उससे कम होगी। पिछली लोकसभा में ऐसे सांसदों की संख्या 27 प्रतिशत यानी 147 थी।

कानून और न्यायिक क्षेत्र से भी जुड़े हैं कई सांसद

वहीं, नई लोकसभा में चुनकर आने वाले सांसदों में सबसे अधिक सांसदों ने अपना पेशा सामाजिक क्षेत्र, कृषि और कारोबार बताया है। लोकसभा में इस बार पिछली लोकसभा के मुकाबले अधिक सांसद कानून और न्यायिक क्षेत्र से जुड़ा हुआ बताया है।

पहली बार सांसद बनने वालों की संख्या भी बढ़ी

17वीं लोकसभा में कानून व न्यायिक क्षेत्र से जुड़े सांसदों की संख्या चार प्रतिशत थी, जबकि इस बार यह बढ़कर सात प्रतिशत हो गई है। लोकसभा में इस बार पिछली लोकसभा के मुकाबले के पहली बार चुनकर आने वाले सांसदों की संख्या भी बढ़ी है।

17वीं लोकसभा में पहली बार चुनकर आए सांसदों की संख्या 267 थी, जबकि इस बार 280 सांसद पहली बार चुनकर आए है। वहीं 18वीं लोकसभा में इस बार 41 पार्टियों की प्रतिनिधित्व दिखेगा। जबकि 17 वीं लोकसभा में 36 पार्टियों के ही प्रतिनिधि चुनाव जीत कर आए थे।

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