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'जून से शुरू होगा मेरा तीसरा कार्यकाल', युवाओं से बोले PM Modi- आपके सपने और मेरा संकल्प विकसित भारत की गारंटी

पीएम मोदी ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए 41 हजार करोड़ रुपये से रेलवे में चल रही दो हजार से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। इन्हें भारत के बुनियादी ढांचे में बड़े बदलाव का वाहक बताया। लोकसभा चुनाव में जीत के प्रति आत्मविश्वास से भरे पीएम मोदी ने फिर कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल की शुरुआत जून से होगी।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Mon, 26 Feb 2024 08:44 PM (IST)
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आत्मविश्वास से भरे मोदी ने फिर कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल की शुरुआत जून से होगी
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं के सपने को अपने संकल्प से जोड़ते हुए उसे विकसित भारत की गारंटी करार दिया और कहा कि इसके तरीके को तय करने का अधिकार युवाओं को है। लोकसभा चुनाव में जीत के प्रति आत्मविश्वास से भरे पीएम मोदी ने फिर कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल की शुरुआत जून से होगी।

हम बड़े सपने देखते हैंः पीएम मोदी  

पीएम मोदी ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए 41 हजार करोड़ रुपये से रेलवे में चल रही दो हजार से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। इन्हें भारत के बुनियादी ढांचे में बड़े बदलाव का वाहक बताया। कहा कि हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं, जो पिछले दस वर्षों में रेलवे में दिखाई भी दे रहा है। रेल यात्रा आसान हो रही है। कृषि और औद्योगिक प्रगति को मजबूती मिल रही है। स्टेशनों पर हवाई अड्डों जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।

पीएम मोदी ने युवाओं को बताया विकसित भारत का लाभार्थी

उन्होंने युवाओं को विकसित भारत का वास्तविक लाभार्थी बताया। विकास का श्रेय दिया। कहा कि इन परियोजनाओं से रोजगार के लाखों मौके पैदा होंगे। युवाओं को ही तय करने का अधिकार है कि विकसित भारत कैसे आगे बढ़ेगा। मोदी ने कहा कि तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं। जब हम लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे तो सोचा जा सकता है कि ताकत कितनी बढ़ जाएगी।

प्रधानमंत्री ने रेलवे में निवेश को बताया लाभकारी

पीएम ने बुनियादी ढांचे पर खर्च से रोजगार में वृद्धि और हजारों नई नौकरियों की गारंटी देते हुए 'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' कार्यक्रम का जिक्र किया और उसे स्टेशनों के स्टालों के जरिए किसानों, कारीगरों और विश्वकर्मा मित्रों के उत्पादों को प्रोत्साहित करने वाला बताया। अगले पांच वर्षों का रास्ता दिखाते हुए उन्होंने रेलवे में निवेश को लाभकारी बताया।

उदाहरण से समझाया कि बैंकों में जमा धन पर जैसे ब्याज मिलता है, उसी तरह बुनियादी ढांचे पर खर्च किया गया हर पैसा आय और रोजगार के नए स्त्रोत बनाता है। रेल लाइनों के निर्माण से रोजगार के मौके पैदा होंगे। स्टील, सीमेंट और ट्रांसपोर्ट जैसे उद्योगों और दुकानों में भी नौकरियों बढ़ेंगी।

निर्माण की गति से मिलती है देश की प्रगति की झलक

पीएम ने कुछ महीने पहले अमृत भारत स्टेशन परियोजना की शुरुआत को याद करते हुए कहा कि निर्माण की गति से देश की प्रगति की झलक मिलती है। जो पहले असंभव लगती थीं, वह दस वर्षों में सच हो गईं। पीएम ने इसके लिए वंदे भारत, अमृत भारत एवं नमो भारत जैसी सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों, रेल लाइनों के विद्युतीकरण और साफ-सफाई का उदाहरण दिया। पहले की स्थिति से तुलना करते हुए कहा कि कैसे मानवरहित फाटक अब आम बात है।

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रेलवे के बदलावों पर पीएम मोदी ने क्या कहा?

रेलवे के बदलावों पर उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के पांचवें स्थान पर पहुंचते ही रेलवे बजट में दस वर्ष पहले के 45 हजार करोड़ की तुलना में ढाई लाख करोड़ की भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने रेलवे को सिर्फ यात्री सुविधा का माध्यम भर नहीं, बल्कि कृषि और औद्योगिक प्रगति का सबसे बड़ा वाहक बताया। कहा कि तेज ट्रेन से परिवहन में समय की बचत के साथ उद्योग की लागत भी कम होगी। इसीलिए मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में घोटाला नहीं होने के कारण पैसे की बचत का श्रेय स्वयं को दिया और कहा कि इस पैसे का उपयोग नई लाइनें बिछाने की गति को दोगुना करने, जम्मू-कश्मीर से पूर्वोत्तर तक नए क्षेत्रों में रेल ले जाने और ढाई हजार किमी के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर काम करने में किया जा रहा है।

अमृत भारत स्टेशन विकास और विरासत के प्रतीक

प्रधानमंत्री ने रेलवे से जुड़ी दो हजार से अधिक योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया और अमृत भारत स्टेशनों को विकास और विरासत का प्रतीक बताते हुए कहा कि बालेश्वर स्टेशन को जगन्नाथ मंदिर की थीम पर डिजाइन किया गया है। सिक्किम के रंगपुर में स्थानीय वास्तुकला की छाप होगी। राजस्थान में सांगनेर स्टेशन 16वीं शताब्दी की हैंड-ब्लाक प्रिंटिंग एवं तमिलनाडु में कुंभकोणम स्टेशन चोल प्रभाव को प्रदर्शित करेगा। अहमदाबाद स्टेशन मोढेरा सूर्य मंदिर और द्वारका स्टेशन द्वारकाधीश मंदिर से प्रेरित है।