जेपी नड्डा कहा कि संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा जो अभिभाषण दिया गया था उसमें मोदी सरकार की दस वर्षों की उपलब्धियों का उल्लेख बिंदुओं के साथ विस्तार में भी है। सरकार ने यूपीए सरकार की आर्थिक नीतियों पर जो श्वेत पत्र संसद में प्रस्तुत किया उसमें कांग्रेस शासनकाल में आर्थिक नीतियों में हुए घपलों और कुशासन को तथ्यात्क ढंग से उल्लेखित किया गया है।
जितेंद्र शर्मा, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में एनडीए की सीटें 400 पार पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा की 370 सीटों को 'माइल स्टोन' बताते हुए हर बूथ पर 2019 की तुलना में 370 वोट अधिक पाने की रणनीति समझाई है तो उसे धरातल पर उतारने के लिए संगठन ने भी कमर कस ली है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मिशन-2024 का एक्शन प्लान देशभर से जुटे पदाधिकारियों को समझा दिया है, जिसके तहत भाजपा प्रत्येक बूथ पर कांग्रेस की 'चार्जशीट' बांचेगी यानी कि भाजपा की उपलब्धियों के बखान के साथ विपक्ष में खास तौर पर कांग्रेस शासनकाल की खामियों को आमजन के बीच विमर्श में ले जाएगी।
भाजपा को कैसे मिलेगी 370 सीटें
तीसरी बार केंद्र की सत्ता में वापसी की तैयारी से कहीं आगे बढ़ते हुए भाजपा ने इस बार अकेले ही 370 से अधिक सीटों के साथ प्रचंड विजय का संकल्प लिया है। यह लक्ष्य खुद पीएम मोदी ने सौंपते हुए बहुमत के इस शिखर पर पहुंचने का रास्ता भी सुझाया है। पीएम ने हर बूथ पर 370 अतिरिक्त वोट प्राप्त करने के प्रयास के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया तो लगे हाथ भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने राष्ट्रीय अधिवेशन में इसके लिए पदाधिकारियों की संक्षिप्त पाठशाला भी लगा दी।
'मोदी की गारंटी' कैसे मददगार साबित होगी
रविवार को अधिवेशन के समापन के वक्त उन्होंने पदाधिकारियों को संगठन की रणनीति समझाई। जेपी नड्डा कहा कि हाल ही में संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा जो अभिभाषण दिया गया था, उसमें मोदी सरकार की दस वर्षों की उपलब्धियों का उल्लेख बिंदुओं के साथ विस्तार में भी है। सरकार ने यूपीए सरकार की आर्थिक नीतियों पर जो श्वेत पत्र संसद में प्रस्तुत किया, उसमें कांग्रेस शासनकाल में आर्थिक नीतियों में हुए घपलों और कुशासन को तथ्यात्क ढंग से उल्लेखित किया गया है। इन दोनों दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ते हुए उसके बुलेट प्वाइंट बना लें। नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार की उपलब्धियां जनता को समझाने में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अधिवेशन में प्रस्तुत किया गया राजनीति प्रस्ताव 'मोदी की गारंटी' बहुत मददगार साबित होगा।
'देश की आशा, विपक्ष की हताशा'
भाजपा अध्यक्ष का जोर इस पर भी है कि मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पैनेपन के साथ विपक्षी कारगुजारियों को भी उजागर करना है। जनता को संदेश देना है कि बीते दस साल में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका भी सही से नहीं निभा सकी। इस विमर्श की तैयारी के लिए नड्डा ने लोकसभा और राज्यसभा में पीएम मोदी द्वारा दिए गए भाषण और अधिवेशन में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव 'देश की आशा, विपक्ष की हताशा' को दस्तावेज के रूप में सुझाया।
भाजपा और कांग्रेस के बीच का भेद
उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी ध्यान से इन्हें पढ़कर-सुनकर 'टॉकिंग प्वाइंट' निकाल लें। इसके बाद इस तरह से बिंदुओं को तैयार करें कि आम मतदाता को वह बहुत आसानी से समझ में आ जाए। पार्टी अध्यक्ष ने देशभर से जुटे पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि इन प्रमुख बिंदुओं के प्रपत्र तैयार कर प्रत्येक बूथ और पंचायत तक पहुंचाना है। कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर उन्हें समझाना है, ताकि वह जमीनी स्तर पर विमर्श को तेज करते हुए तार्किक ढंग से भाजपा और कांग्रेस के बीच का भेद समझा सकें। उन्होंने इस बात पर खास जोर दिया कि विपक्ष का 'नाकारापन' आम मतदाता के बीच तक जरूर पहुंचाना है।
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