Lok Sabha Elections: खरगे ने दिए संकेत, अमेठी के चुनावी रण में उतरेंगे राहुल गांधी, लेकिन...
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने का साफ संकेत देते हुए इसको लेकर उठाए जा रहे सारे सवालों को लगभग विराम दे दिया। बेशक खरगे ने राहुल गांधी की अमेठी से लोकसभा उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा नहीं कि मगर सोमवार को अमेठी की जनता से यह कह कर उनके चुनाव मैदान में फिर से उतरने की तस्वीर साफ कर दी।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने का साफ संकेत देते हुए इसको लेकर उठाए जा रहे सारे सवालों को लगभग विराम दे दिया है। बेशक खरगे ने राहुल गांधी की अमेठी से लोकसभा उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा नहीं कि मगर सोमवार को अमेठी की जनता से यह कह कर उनके चुनाव मैदान में फिर से उतरने की तस्वीर साफ कर दी कि 'राहुल गांधी कल भी आपके साथ थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे।'
अमेठी से गांधी परिवार के करीबी रिश्ते को लेकर सोनिया गांधी के 26 साल पहले दिए गए बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी भी अमेठी से दिल का करीबी रिश्ता होने की बात को आज दोहरा रहे हैं। राहुल के अमेठी से चुनाव लड़ने के इरादों का साफ संदेश देते हुए खरगे ने इस संसदीय क्षेत्र की जनता से यह कहने से भी गुरेज नहीं किया कि भले ही क्षेत्र को कोई सांसद मिल सकता है, मगर राहुल गांधी जैसा इंसान उन्हें कहां मिलेगा।
उत्तर प्रदेश के मैदान में कांग्रेस के डटे रहने का एलान किया
खास बात यह रही कि मल्लिकार्जुन खरगे ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्रम में सोमवार को अमेठी पहुंचे राहुल गांधी की मौजूदगी में वहां हुई एक जनसभा में अमेठी के रास्ते उत्तर प्रदेश के मैदान में कांग्रेस के डटे रहने का एलान किया। अमेठी वासियों के साथ गांधी परिवार के निकट रिश्तों का जिक्र करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने एक शायरी की पंक्तियों 'अगर तलाश करे कोई मिल ही जाएगा, मगर तुम्हारी तरह कौन हमको चाहेगा।' राहुल के अमेठी के चुनावी रण में ताल ठोंकने की घोषणा की।राहुल जैसा सहज और सहृदयी इंसान कहां मिल पाएगा
खरगे ने यह भी कहा कि अमेठी को भले ही कोई सांसद मिल जाए मगर राहुल जैसा सहज और सहृदयी इंसान कहां मिल पाएगा। शायरी की इन पंक्तियों के बाद खरगे ने कहा कि अमेठी के लोग भी यही बोलते हैं और राहुल गांधी को चाहते हैं। राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने को लेकर भले ही सीधे कोई टीका-टिप्पणी नहीं कि लेकिन अमेठी और यहां के लोगों के साथ गहरे प्यार और जुड़ाव का इजहार करते हुए सदैव उनका आभारी रहने की बात कह पुराने रिश्ते की डोर को आगे बढ़ाते रहने का संदेश दिया।
अमेठी से रिश्ते की बुनियाद नई नहीं बल्कि दशकों पुरानी
राहुल गांधी के रिश्ते की बुनियाद अमेठी से नई नहीं बल्कि दशकों पुरानी है, इसका संदेश देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने राजनीति में आने के बाद 1998 में पहली बार अमेठी आयी सोनिया गांधी के पूरे बयान को पढ़ा। इसमें सोनिया ने कहा था 'मेरे मन में अमेठी के लोगों के प्रति अटूट प्रेम और आदर है। अमेठी मेरे पति की कर्मभूमि थी। उनके दिल में अमेठी के भाई-बहन के लिए कितना प्यार और समर्पण था मैंने इसे गहराई से महसूस किया है। आपने हर हालात में हमारा साथ दिया है। ये बात हम कभी भूल नहीं सकते।'पराजय के बावजूद अमेठी का चुनावी रण नहीं छोड़ेंगे राहुल
खरगे ने कहा कि सोनिया गांधी की यही बात आज फिर राहुल गांधी ने दोहराई है। आपके साथ उनका गहरा संबंध और प्रेम है। कांग्रेस अध्यक्ष के इस बेलाग बयान का सार स्पष्ट है कि वर्तमान में केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी 2019 की पराजय के बावजूद अमेठी का चुनावी रण नहीं छोड़ेंगे।ये भी पढ़ें: 'भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामदगी मामले में जल्द जमानत नहीं दें अदालतें', सुप्रीम कोर्ट ने दिया अहम फैसला