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Lok Sabha Result 2024: JDS नेता एच डी कुमारस्वामी ने NDA के सामने रख दी अपनी डिमांड, कहा- हमें तो बस ये विभाग दे दीजिए

कर्नाटक में भाजपा और जेडीएस ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था जिसमें कुल 28 सीटें हैं। भाजपा ने 17 सीटें जीतीं और जेडीएस ने दो। आज की एनडीए बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली पहुंचे कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा हमारी पार्टी की रुचि कृषि विभाग में है। हमारी लड़ाई शुरू से ही कृषक समुदाय के लिए अच्छा करने की रही है।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Wed, 05 Jun 2024 05:45 PM (IST)
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जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी (फाइल फोटो)
पीटीआई, बेंगलुरु। जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने बुधवार को संकेत दिया कि उनकी पार्टी नई एनडीए सरकार में कृषि विभाग लेने में रुचि रखती है। आज की एनडीए बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली पहुंचे कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा, "हमारी पार्टी की रुचि कृषि विभाग में है। हमारी लड़ाई शुरू से ही कृषक समुदाय के लिए अच्छा करने की रही है।"

वहीं, सरकार गठन से पहले जेडीएस की 'मांगों' के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारी ऐसी कोई मांग नहीं है। हमारी प्राथमिकता कर्नाटक से जुड़े मुद्दों का समाधान करना है, जो केंद्र की ओर से लंबे समय से चले आ रहे हैं। केंद्र में कर्नाटक को प्रतिनिधित्व (कैबिनेट बर्थ) देने के बारे में नरेंद्र मोदी फैसला करेंगे। 

NDA में पिछले साल शामिल हुई थी JDS

जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जेडीएस पिछले साल एनडीए में शामिल हुई थी। कर्नाटक में भाजपा और जेडीएस ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें कुल 28 सीटें हैं। भाजपा ने 17 सीटें जीतीं और जेडीएस ने दो।

'पार्टी की रुचि कृषि विभाग में'

मंत्री पद की अपनी आकांक्षाओं के बारे में कुमारस्वामी ने कहा कि एनडीए नेतृत्व इस पर फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि समय आने पर हम इस बारे में बात करेंगे। दिल्ली के नेता जानते हैं कि वहां (कर्नाटक में) स्थिति के लिए क्या उचित निर्णय लिया जाना चाहिए। वे ही फैसला करेंगे। वहीं, उनके कृषि मंत्री बनने की अटकलों के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी पार्टी की रुचि कृषि विभाग में है, "देखते हैं कि क्या निर्णय होता है।"

बीजेपी को है सहयोगियों के समर्थन की जरूरत

बता दें कि भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, जो बहुमत के 272 के आंकड़े से कम है और सरकार बनाने के लिए उसे पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए में सहयोगियों के समर्थन की जरूरत है, जो कि 2019 और 2014 में क्रमशः 303 और 282 सीटें जीतने से बहुत दूर है, जब उसने अपने दम पर बहुमत हासिल किया था।

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