Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Love Affair: प्रेम के खतरों से आगाह करने को छात्रों को दिखाई 'The Kerala Story ', गरमाई केरल की राजनीति

सरकारी टीवी चैनल दूरदर्शन पर प्रसारित विवादास्पद फिल्म द केरल स्टोरी को लेकर एक तरह तो केरल की राजनीति गरमाई रही लेकिन इस बीच एक ऑर्थोडाक्स चर्च से जुड़े इडुक्की क्षेत्र में प्रेम संबंध में पड़ने से जुड़े खतरों से आगाह करने के लिए विशेष रूप से छात्र-छात्राओं को दिखाया गया। मतांतरण से बचाने के लिए बच्चों को सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत यह फिल्म दिखाई गई है।

By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Updated: Mon, 08 Apr 2024 10:45 PM (IST)
Hero Image
प्रेम के खतरों से आगाह करने को विद्यार्थियों को दिखाई द केरल स्टोरी। (फाइल फोटो)

पीटीआई, तिरुअनंतपुरम। सरकारी टीवी चैनल दूरदर्शन पर प्रसारित विवादास्पद फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर एक तरह तो केरल की राजनीति गरमाई रही, लेकिन इस बीच एक ऑर्थोडाक्स चर्च से जुड़े इडुक्की क्षेत्र में प्रेम संबंध में पड़ने से जुड़े खतरों से आगाह करने के लिए विशेष रूप से छात्र-छात्राओं को दिखाया गया।

मतांतरण से बचाने के लिए किशोरवय के इन बच्चों को सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत यह फिल्म दिखाई गई है। फिल्म निर्देशक सुदिप्तो सेन की बॉलीवुड फिल्म 'द केरल स्टोरी' कुछ सत्य घटनाओं पर आधारित है, जिसमें दिखाया गया है कि केरल की कुछ हिंदू और ईसाई लड़कियों को गुमराह करके उनका मतांतरण किया गया और उन्हें आतंकी संगठन आईएस में भर्ती किया गया।

दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के बच्चों को दिखाई फिल्म

सीरियन मालाबार कैथोलिक चर्च के तहत आने वाले इडुक्की में इस फिल्म को दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के बच्चों को दिखाया गया। लेकिन सोमवार को इस बात के स्थानीय अखबारों में सुर्खियां बटोरने पर ईसाई संगठन के मीडिया प्रभारी और पादरी जिन्स कराकत ने स्पष्ट किया कि प्रेम संबंधों के प्रति जागरूकता के लिए इस फिल्म को दिखाया गया है। बच्चे अक्सर ऐसे रिश्तों में पड़कर भारी खतरा मोल ले लेते हैं।

हर साल आयोजित होता है कार्यक्रम

उन्होंने बताया कि छुट्टियों के दौरान हर साल किसी खास विषय पर बच्चों को कार्यक्रम दिखाए जाते हैं और किताबें दी जाती हैं। इस साल यह कार्यक्रम 2, 3 और 4 अप्रैल को आयोजित हुआ। प्रेम में पड़ने और उससे होने वाले खतरों के प्रति उन्हें जागरूक किया जाना था। बच्चों को यह बात और प्रभावशाली तरीके से समझाने के लिए उन्हें 'द केरल स्टोरी' दिखाई और वाट्सएप ग्रुप पर इसकी चर्चा करने और फिल्म की समीक्षा लिखने को कहा गया।

भाजपा और संघ की प्रचार मशीन बताया

उन्होंने कहा कि हमें फिल्म के दूरदर्शन पर दिखाए जाने का कोई आइडिया नहीं था। हमें इतना ही पता था कि यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर है। ध्यान रहे कि छात्र-छात्राओं के लिए केरल में यह विशेष स्क्रीनिंग तब हुई जब दूरदर्शन पर इस फिल्म के प्रसारण को रुकवाने के लिए विपक्षी दल माकपा और कांग्रेस चुनाव आयोग तक चले गए। जबकि प्रदेश के सत्तारूढ़ दल ने भी सूचना प्रसारण मंत्रालय के इस कदम का कड़ा विरोध करते हुए इसे भाजपा और संघ की प्रचार मशीन कहा था।

ये भी पढ़ें: मुंबई के पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा को आत्मसमर्पण से छूट, SC ने याचिका पर महाराष्ट्र सरकार से मांगा जवाब