Odisha Train Accident: पटरियों पर बिखरी मिली प्रेम कविताएं, पढ़कर लोगों की आंखे हुई नम; सोशल मीडिया पर वायरल
डायरी के बिखरे हुए पन्नों पर हाथियों मछलियों और सूर्य के तस्वीरों के साथ पन्नों पर किसी ने प्रेम का इजहार किया था। शायद किसी यात्री ने अपने छुट्टियों के दिनों में अपने प्रेमी के नाम पत्र लिखा था। जिसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 05 Jun 2023 05:00 AM (IST)
कोलकाता, पीटीआई। ओडिशा के बालेश्वर में हुए रेल हादसे के बाद पटरियों पर ट्रेन के कोच बिखरे हुए थे। कोरोमंडल एक्सप्रेस के बिखरे कोचों और तबाही वाले मंजर के बीच कुछ पन्नों ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। दरअसल पटरी पर तबाही वाले मंजर के बीच लोगों को कागजों की एक चादर बिछी हुई दिखी। इन्हें जब पढ़ा गया, तो इनमें बंगाली भाषा में प्रेम कविताएं पाई गई।
डायरी के बिखरे हुए पन्नों पर हाथियों, मछलियों और सूर्य के तस्वीरों के साथ पन्नों पर किसी ने प्रेम का इजहार किया था। शायद किसी यात्री ने अपने छुट्टियों के दिनों में अपने महबूब के नाम पत्र लिखा था। जिसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
बंगाली भाषा में लिखी थी कविता
डायरी के पन्नों पर किसी शायर ने बारिश के मौसम में अपने महबूब को याद करते हुए लिखा था। उस कविता में लिखा था कि हल्की बारिश में ही प्रेम उमड़ता है। बंगाली भाषा में लिखी लाइनें कुछ इस तरह से हैंअल्पो अल्पो मेघ थेके हल्का ब्रिस्टी होय, छोटो चोटो गोलपो ठेके भालोबासा सृष्टि होय।
कविता के पेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसके साथ ही एक कविता जो अभी अधूरी ही रह गई है, वह भी लोगों का ध्यान खींच रही है। बांग्ला भाषा में लिखी कविता का अर्थ है- मैं तुम्हें हर समय प्यार करना चाहता हूं, तुम मेरे दिल के पास हो।
भालोबेशी टोके चाई साराखोन, अचिस तुई मोनेर साठे।