'आवाज नीचे...', कोलकाता रेप केस की सुनवाई के दौरान क्यों भड़के CJI; कहा- दो घंटों से देख रहा हूं
Kolkata Doctor Case सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को कोलकाता दुष्कर्म-हत्याकांड मामले पर वापस सुनवाई हुई। इस दौरान सीबीआई ने कोर्ट को स्टेटस रिपोर्ट सौंपी साथ ही कोर्ट ने अगले सप्ताह तक सीबीआई को नई रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। इस बीच बहस के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ एक वकील पर बुरी तरह भड़क गए और उन्हें जमकर फटकार लगाई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को फिर सुनवाई हुई। इस दौरान सीबीआई ने कोर्ट में अब तक की जांच की स्टेटस रिपोर्ट सौंपी। साथ ही मामले से जुड़े और भी कई अहम सवाल कोर्ट ने पूछे।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायाधीश मनोज मिश्रा और न्यायाधीश जेबी पारदीवाला की पीठ केस की सुनवाई कर रही थी। मामले में वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल बंगाल सरकार का पक्ष रख रहे थे, जबकि सीबीआई की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट में पेश हुए थे।
चीफ जस्टिस ने लगाई वकील को फटकार
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने एक वकील को तेज आवाज में अपनी बात रखने के लिए फटकार भी लगाई। उन्होंने वकील से कहा कि आप अपनी आवाज नीचे रखें। दरअसल, बहस के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि उनके पास यह साबित करने के लिए वीडियो और तस्वीरें हैं कि वकील सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की घटना के विरोध में पथराव कर रहे थे।वकील का नाम कौस्तव बागची है और वह बीजेपी नेता भी बताए जा रहे हैं। सिब्बल के पत्थर फेंकने के आरोप का जवाब देते हुए वकील ने पूछा कि एक वरिष्ठ वकील अदालत में इस तरह के बयान कैसे दे सकते हैं। इस पर मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ भड़क गए और कहा कि क्या आप अदालत के बाहर गैलरी को संबोधित करने की कोशिश कर रहे हैं?
वकील ने मांगी माफी
चीफ जस्टिस ने वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि मैं पिछले दो घंटों से आपके आचरण पर गौर कर रहा हूं। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'क्या आप पहले अपनी आवाज कम कर सकते हैं? मुख्य न्यायाधीश की बात सुनें, अपनी आवाज कम करें। आप अपने सामने तीन न्यायाधीशों को संबोधित कर रहे हैं, न कि बड़े दर्शकों को जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म पर इन कार्यवाही को देख रहे हैं।' इसके बाद वकील ने पीठ से माफी मांगी।इसके बाद वकीलों की दलीलें वापस शुरू होने के बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि मैं इस तरह की वकालत का आदी नहीं हूं, जहां एक ही समय में 7-8 लोग बहस कर रहे हों। चीफ जस्टिस द्वारा फटकार लगाने पर तृणमूल कांग्रेस ने भी वकील पर निशाना साधा।
टीएमसी ने साधा निशाना
पार्टी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'लेकिन हम एक आधे समय के वकील और पूर्णकालिक बीजेपी कार्यकर्ता से और क्या उम्मीद कर सकते हैं, जो सोचते हैं कि उनके शासन में बाकी सभी चीजों की तरह अदालत की मर्यादा को भी ढहाया जा सकता है? आज, माननीय मुख्य न्यायाधीश ने उनके कदाचार के लिए उचित ही उनकी खिंचाई की।'इससे पहले कोलकाता रेप केस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से अगले मंगलवार को मामले में नई रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।"Don't raise your voice. Lower your pitch. You’re addressing three judges in front of you, not the crowd watching over video conferencing."
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) September 9, 2024
But what else can we expect from a loudmouth half-time advocate, full-time @BJP4India karyakarta @koustavcp who thinks courtroom decorum… pic.twitter.com/1sTmc5Y0DK