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Agnipath Protest: अग्निपथ योजना पर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी का बयान, कहा- सेना के पुराने जवानों को अग्निवीर स्कीम में भेजने की सूचना फर्जी

Agnipath Protest अग्निपथ योजना पर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा यह हमारे देश की सुरक्षा का मामला है। किसी ने अफवाह फैला दी कि सेना के पुराने जवानों को अग्निवीर योजना में भेजा जाएगा। यह एक फर्जी सूचना है।

By Ashisha RajputEdited By: Updated: Tue, 21 Jun 2022 04:15 PM (IST)
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लेफ्टिनेंट जनरल व सैन्य कार्य विभाग के अतिरिक्त सचिव अनिल पुरी का बयान सामने आया है
नई दिल्ली, एएनआइ। देशभर में अग्निपथ योजना को लेकर जमकर विरोध हो रहा है। ऐसे में कई तरह की खबरे भी सामने आ रही है, जिसपर मंगलवार को लेफ्टिनेंट जनरल व सैन्य कार्य विभाग के अतिरिक्त सचिव अनिल पुरी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, 'अगिनपथ योजना 3 चीजों को संतुलित करती है, पहला सशस्त्र बलों के लिए युवा का प्रोफाइल, तकनीकी जानकारी और सेना में शामिल होने के अनुकूल लोग व तीसरा व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करना।' 

लेफ्टिनेंट जनरल ने अग्निपथ योजना पर कहा-

  • लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा- भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेजिमेंटल प्रक्रिया अपरिवर्तित रहेगी, हम शपथ लेंगे और उम्मीदवारों को शपथ देनी होगी कि वे किसी आगजनी/बर्बादी में शामिल नहीं थे।
  • अग्निपथ योजना को लेकर तमाम गलत खबरों पर बोलते हुए उन्होंने कहा- 'यह हमारे देश की सुरक्षा का मामला है। किसी ने अफवाह फैला दी कि सेना के पुराने जवानों को अग्निवीर योजना में भेजा जाएगा। यह एक फर्जी सूचना है।'
  • लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा- 'दुनिया के किसी अन्य देश में भारत के समान जनसांख्यिकीय लाभांश नहीं है। हमारे 50 प्रतिशत युवा 25 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं। सेना को इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए।
एयर मार्शल सूरज कुमार झा ने कहा- वहीं दूसरी ओर एयर आफिसर-इन-चार्ज कार्मिक (एओपी), भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल सूरज कुमार झा ने कहा, 'पहले वर्ष में 2 प्रतिशत से शुरू करके अग्निवरों को धीरे-धीरे शामिल किया जा रहा है। पांचवें वर्ष में यह संख्या लगभग 6 हजार हो जाएगी और 10 वें वर्ष में लगभग 9 हजार-10 हजार हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना में प्रत्येक नामांकन अब केवल 'अग्निवीर वायु' के माध्यम से होगा। एयर मार्शल सूरज कुमार झा ने कहा, 'भारतीय वायु सेना की युद्ध क्षमता और तैयारी पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। भारतीय वायु सेना और भारत सरकार हमें युद्ध के योग्य और युद्ध के लिए तैयार रखने के लिए आवश्यक सब कुछ करेंगे।