भड़काऊ पोस्ट ने महाराष्ट्र को 3 माह में 12 बार जलाया, सोशल मीडिया पर अराजक तत्व नफरती पोस्ट से फैला रहे हिंसा
Maharashtra communal violence कोल्हापुर अहमदनगर बीड और संगमनेर जैसे 12 जगहों में विवाद की शुरुआत सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के पोस्ट करने से हुई। यह तस्वीर थी औरंगजेब की। पोस्ट किए गए इस तस्वीर में औरंगजेब की तारीफ की गई थी।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Maharashtra communal violence: मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर महाराष्ट्र में इतना बवाल क्यों मचा हुआ है? हाल के दिनों में ऐसे 12 मामले महाराष्ट्र के कई हिस्सो से देखने को मिले, जहां काफी हिंसक प्रदर्शन हुए। यह सभी मामले सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े हुए है।
इन सबकी फसाद की जड़ केवल सोशल मीडिया पर किए गए भड़काऊ पोस्ट है, जिसके कारण महाराष्ट्र आज हिंसा की आग में सुलग रहा है। आज की रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे है कि आखिर महाराष्ट्र में इस समय अशांति क्यों फैली हुई है और क्यों वहां के हालात लगातार बिगड़ रहे है।
तीन महीने में महाराष्ट्र के इन-इन जगहों में फैली हिंसा
मार्च 30
जलगांव
मार्च 31
मुंबई
मई 14
त्र्यंबकेश्वर, नाशिक
मार्च 17
जून 7
कोल्हापुर
जून 6
संगमनेर
मई 14
जून4
अहमदनगर
जून 8
मिराजगांव
जून 8
बीड
मई 13
अकोला
मार्च 31
छत्रपती संभाजीनगर
सोशल मीडिया पर औरंगजेब की तस्वीरों से मचा बवाल
कोल्हापुर, अहमदनगर, बीड और संगमनेर जैसे 12 जगहों में हिंसा फैलने के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ी। विवाद की शुरुआत सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के पोस्ट करने से हुई। यह तस्वीर थी, औरंगजेब की। पोस्ट किए गए इस तस्वीर में औरंगजेब की तारीफ की गई थी। जब यह पोस्ट वायरल हुई तो महाराष्ट्र में हिंदू संगठनों ने सड़कों पर मोर्चा खोल दिया।
सड़कों पर उतर कर हिंदू समाज, बजरंग दल जैसे संगठनों ने कई विरोध प्रदर्शन किए। धीरे-धीरे यह प्रदर्शन हिंसा में बदल गई और दो गुटों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। कोल्हापुर में हुई इस हिंसा के बाद से इंटरनेट सेवाएं बंद है और 19 जून तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।
छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती में हुई हिंसा
छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती के अवसर पर निकाले गए जुलूस के दौरान 14 मई को दो गुटों के बीच हिंसा फैल गई। विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल के पास से गुजरने और जुलूस के दौरान लगाए गए नारों के कारण यह हिंसा फैली।
स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इस घटना से ठीक एक दिन पहले यानी 13 मई को अकोला में भी सांप्रदायिक हिंसा का मामला सामने आया। यहां पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ एक आपत्तिजनक इंस्टाग्राम पोस्ट करने के बाद दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। वहीं, जलगांव में 28 मार्च को निकाले एक धार्मिक जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई।
महाराष्ट्र में औरंगजेब की तस्वीरों से बवाल क्यों?
जब से महाराष्ट्र के औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर किया गया है, तभी से राज्यभर में हिंसा भड़क रही है। इसका मुस्लिम समुदाय ने भारी विरोध किया है। अहमदनगर और कोल्हापुर में औरंगजेब को लेकर हिंसा हुई है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सरकार की है। वहीं, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि औरंगजेब की तारीफ करने वालों के लिए महाराष्ट्र में कोई माफी नहीं है।