रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख पटोले ने दी प्रतिक्रिया, कहा-‘लोकतंत्र के लिए है खतरनाक’
लोकसभा में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा सांसद दानिश अली को अपशब्द बोले गए। जिसके बाद इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना के बाद सभी ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी सांसद ने संसद में विपक्षी सांसद के साथ दुर्व्यवहार किया हम उसका कड़ा विरोध करते हैं।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 23 Sep 2023 08:06 AM (IST)
मुंबई (महाराष्ट्र), एजेंसी। लोकसभा में भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा उत्तर प्रदेश के अमरोहा से बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सांसद दानिश पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
इस मामले पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने भी शुक्रवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पार्टी इस घटना का सख्ती से विरोध करती है और ये टिप्पणियां लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं।
नाना पटोले ने भी जताई आपत्ति
न्यूज एजेंसी ANI द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, पटोले ने कहा, जिस तरह से बीजेपी सांसद ने संसद में विपक्षी सांसद के साथ दुर्व्यवहार किया, हम उसका कड़ा विरोध करते हैं। बीजेपी को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए...भारत का लोकतंत्र हमेशा से मजबूत रहा है...अगर संसद में किसी की ऐसी मानसिकता है तो ये देश के लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है।गुरुवार को लोकसभा में 'मिशन चंद्रयान-3' पर चर्चा के दौरान बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ बिधूड़ी की टिप्पणी से विपक्ष में आक्रोश फैल गया और कांग्रेस, एनसीपी, टीएमसी और डीएमके ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से बीजेपी नेता के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया और मांग की कि मामला संसदीय विशेषाधिकार समिति को भेजा जाना चाहिए।
बिधूड़ी के खिलाफ हो कार्रवाई- अधीर रंजन
कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, डीएमके से कनिमोझी, एनसीपी से सुप्रिया सुले और टीएमसी से अपरूपा पोद्दार ने कहा कि लोकसभा में बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ असंसदीय टिप्पणी के लिए बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।अपने पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर से मामले की विस्तार से जांच विशेषाधिकार समिति से कराने और उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की बात कही।
अधीर रंजन ने लिखा, हालांकि आपने सदस्य रमेश बिधूड़ी को चेतावनी दी है और उनके द्वारा दानिश अली के खिलाफ इस्तेमाल किए गए भद्दे शब्दों को हटा दिया है, लेकिन सदस्य के बयान पूरे मीडिया में हैं। आप निश्चित रूप से सहमत होंगे कि यह संसद और इसकी पवित्रता पर ख़राब असर डालता है। यह घटना विपक्ष और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ मानसिकता को भी दर्शाती है।