Mahashivratri 2021 LIVE : महाशिवरात्रि का पावन पर्व आज, कश्मीर से कन्याकुमारी तक भक्तों का तांता
Mahashivratri 2021 आज देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है। इससे शिवभक्त को कभी किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
By Manish PandeyEdited By: Updated: Thu, 11 Mar 2021 10:17 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। देशभर में आज महाशिवरात्रि (MahaShivratri) का पावन त्यौहार मनाया जा रहा है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भक्तों का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस अवसर पर भोले बाबा की पूजा अर्चना करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शिवालयो में नजर आ रही है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ महीने के 14वें दिन अंधेरे पखवाड़े में हर साल महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, बेर और भांग चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
कोरोना वायरस महामारी के बीच, राज्य सरकारों की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई प्रतिबंध और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। वहीं, काठमांडू का प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर, जो आमतौर पर महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों तीर्थयात्रियों से भरा रहता है, इस साल स्वास्थ्य संकट के कारण लोगों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है।
मध्य प्रदेश: उज्जैन के महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव का अभिषेक किया गया।
#WATCH | Madhya Pradesh: Priests at Ujjain's Mahakal Temple offer prayers and perform 'abhishek' of Lord Shiva on the occasion of #MahaShivaratri pic.twitter.com/RK1KWAzfuR
— ANI (@ANI) March 11, 2021
इस बीच, हर साल की तरह इस बार भी उत्तराखंड के हरिद्वार में हजारों शिव भक्तों ने महाशिवरात्रि के अवसर पावन डुबकी लगाई। हरिद्वार में आयोजित कुंभ-2021 मेले में आज महाशिवरात्रि को पहला शाही स्नान है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के आनंदेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूजा की। एक श्रद्धालु ने बताया कि यहां प्राचीन समय से शिवरात्रि का मेला लगता है। लोग यहां दर्शन के लिए रात से ही लाइन में लग जाते हैं। असम के गुवाहाटी के प्राचीन शुक्रेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पूजा की।शिव का अभिषषेक करने से ऐश्वर्य की होगी प्राप्तिभगवान शिव जल से प्रसन्न होने वाले देव हैं। इसलिए शिवलिंग का जलाभिषेक करने की परंपरा है। शहद, गन्ने का रस, नारंगी का रस, अंगूर का रस और नारियल पानी से भोले बाबा का अभिषेक करने से धन, ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति भी होती है।#WATCH | Devotees took holy dips in river Ganga in Haridwar, Uttarakhand on the occasion of #MahaShivaratri.
(earlier visuals) pic.twitter.com/l0I4Xt9zgg
— ANI (@ANI) March 11, 2021