मणिपुर के पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों में अवैध रूप से बनाए गए बंकरों को गिराया जाएगा: मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि जातीय संघर्षग्रस्त राज्य के पहाड़ी और घाटी जिलों में स्थापित बंकरों को हटा दिया जाएगा जबकि मैती और कुकी दोनों किसानों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त राज्य बल तैनात किए गए हैं ताकि कृषि गतिविधियां शुरू हो सकें। उन्होंने कहा कि पांच जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 04 Jul 2023 12:36 AM (IST)
इंफाल, एएनआइ। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि पहाड़ी और घाटी दोनों क्षेत्रों में अवैध रूप से स्थापित सभी बंकरों को हटा दिया जाएगा, जिससे राज्य में स्थिति पर बेहतर नियंत्रण के लिए पहाड़ी चोटियों पर सुरक्षा बलों के लिए चौकियां बनाई जाएंगी। मुख्यमंत्री सोमवार शाम सचिवालय में पत्रकारों को जानकारी दे रहे थे।
कृषि गतिविधियों को समय पर शुरू करने की आवश्यकता
मानसून के आगमन को लेकर मणिपुर के सीएम ने कहा कि कृषि गतिविधियों को समय पर शुरू करने की आवश्यकता है। इसलिए मणिपुर राइफल्स और आईआरबी सहित लगभग 2000 सुरक्षा कर्मियों को पहाड़ी क्षेत्रों से सटे स्थानों पर तैनात किया गया है, जहां कृषि कार्य किए जा रहे हैं। तैनात सुरक्षाकर्मी सशस्त्र उपद्रवियों द्वारा दोनों समुदायों के किसानों के साथ होने वाली गड़बड़ी की रक्षा करेंगे और उन्हें रोकेंगे। उन्होंने दोहराया कि पहले भी कई स्थानों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गई थी।
अवैध बंकरों को हटाया जाएगा
बीरेन सिंह ने कहा कि पहाड़ी और घाटी दोनों क्षेत्रों में अवैध रूप से स्थापित सभी बंकरों को हटाया जाएगा और मौजूदा स्थिति पर बेहतर नियंत्रण के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ सेना को पहाड़ी की चोटी पर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थिति की निगरानी करने और यदि आवश्यक हो तो सुदृढीकरण के लिए एक केंद्रीय निगरानी मुख्यालय के साथ चौबीसों घंटे ड्रोन सर्वेक्षण भी आयोजित किए जाएंगे।बड़े पैमाने पर शुरू की जाएगी तलाशी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ी और घाटी दोनों क्षेत्रों में अवैध हथियार रखने वाले लोगों के घूमने की जानकारी है। उन्होंने बताया कि बड़े पैमाने पर तलाशी शुरू की जाएगी। जैसे-जैसे कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो रहा है, उन्होंने जनता से कानूनी कार्रवाई करने से पहले छीने गए हथियार और गोला-बारूद वापस करने की अपील की।
पांच जुलाई से खुलेंगे स्कूल
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि सरकार ने कक्षा 1 से 8 तक के लिए 5 जुलाई 2023 से स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, इस बीच, कक्षा 9 से 12 तक के लिए, पूर्वनिर्मित घरों का निर्माण पूरा होने और विभिन्न राहत शिविरों में शरण लेने वाले विस्थापित लोगों को स्थानांतरित करने के बाद कक्षाएं शुरू की जाएंगी।तीन मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।लोगों के विश्वास को कायम रखेगी सरकार
बीरेन सिंह ने कहा कि सरकार लोगों के विश्वास को कायम रखेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार ऐसा कुछ भी नहीं करेगी, जिससे राज्य की अखंडता और प्रशासनिक व्यवस्था खराब हो। वह हमेशा लोगों के हित में काम करना जारी रखेगी।