मणिपुर में भूस्खलन से अब तक 25 लोगों की मौत, सीएम ने बताया 'राज्य के इतिहास की सबसे दुखद घटना'
मणिपुर में भूस्खलन से अब तक 25 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को 12 और शव बरामद किए गए हैं। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भूस्खलन को राज्य के इतिहास की सबसे दुखद घटना करार दिया है।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Sat, 02 Jul 2022 12:13 PM (IST)
नोनी, एएनआइ। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (Manipur Chief Minister N Biren Singh) ने शुक्रवार को नोनी जिले में भूस्खलन (Landslide in Noney) को राज्य के इतिहास में अब तक की सबसे दुखद घटना करार दिया, जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। बचाव कार्यों में लगे कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री ने फिर से घटनास्थल का दौरा किया। एन बीरेन सिंह ने कहा, 'यह राज्य के इतिहास की सबसे दुखद घटना है। लगभग 55 लोग फंसे हुए हैं। सभी शवों को बरामद करने में 2-3 दिन लगेंगे।
सीएम ने कहा;
- केंद्र ने बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ और सेना के जवानों को भी भेजा है।
- मिट्टी में नमी के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है जिससे देरी हो रही है।
- बचाव अभियान में 2-3 दिन और लगेंगे।
शुक्रवार को बरामद किए गए 12 शव
भारतीय सेना के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मणिपुर के तुपुल में शुक्रवार को भूस्खलन की घटना स्थल से तलाशी अभियान के दौरान सेना के आठ जवानों और चार नागरिकों सहित 12 और शव बरामद किए गए।मणिपुर भूस्खलन स्थल से अब तक कुल 15 प्रादेशिक सेना के जवानों और पांच नागरिकों के शवों को बरामद किया गया है। मणिपुर में अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
आठ जवानों के शव बरामदभारतीय सेना ने कहा, 'एक जुलाई को तलाशी के दौरान प्रादेशिक सेना के आठ जवानों और चार नागरिकों के शव बरामद किए गए।' अब तक, 15 प्रादेशिक सेना के जवानों और पांच नागरिकों के शव बरामद किए गए हैं। इस बीच, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ भारतीय सेना ने भी 13 प्रादेशिक सेना के जवानों और पांच नागरिकों को बचाया।लापता जवानों और नागरिकों की तलाश जारी
भारतीय सेना ने यह भी कहा, 'प्रादेशिक सेना के जवानों के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ संबंधित गृह स्टेशनों पर भेजा जा रहा है। 15 लापता प्रादेशिक सेना के जवानों और 29 नागरिकों की तलाश बेरोकटोक जारी रहेगी।'भूस्खलन से तुपुल स्टेशन की इमारक को पहुंचा नुकसान
जिरीबाम से इंफाल तक निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए तुपुल रेलवे स्टेशन के पास तैनात भारतीय सेना की 107 प्रादेशिक सेना के कंपनी स्थल के पास बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को भूस्खलन हुआ। नार्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे सीपीआरओ ने कहा कि लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से जिरीबाम-इंफाल नई लाइन परियोजना के तुपुल स्टेशन की इमारत को नुकसान पहुंचा है।पीएम मोदी ने की भूस्खलन की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के साथ मणिपुर में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन की स्थिति की समीक्षा की और केंद्र सरकार से पूर्ण संभव समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से बात की और एक दुखद भूस्खलन के कारण स्थिति की समीक्षा की। केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मैं सभी प्रभावितों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। घायलों को जल्द से जल्द ठीक किया जाए।'