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Manipur Violence: पुलिस की नकली वर्दी पहनकर हथियार ले जाने वाले 5 गिरफ्तार, स्थानीय लोगों ने विरोध किया

मणिपुर में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मणिपुर पुलिस ने छद्म वर्दी पहनकर अत्याधुनिक हथियार ले जाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य में हिंसा के बीच एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मणिपुर में जबरन वसूली धमकी पुलिस की वर्दी का दुरुपयोग और सशस्त्र बदमाशों द्वारा छद्मवेशी होने की लगातार खबरें आ रही हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 18 Sep 2023 09:37 AM (IST)
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गाड़ियों की तलाशी लेते पुलिस के जवान (फोटो, एक्स)

इंफाल, एजेंसी। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मणिपुर पुलिस ने छद्म वर्दी पहनकर अत्याधुनिक हथियार ले जाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य में हिंसा के बीच एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मणिपुर में जबरन वसूली, धमकी, पुलिस की वर्दी का दुरुपयोग और सशस्त्र बदमाशों द्वारा छद्मवेशी होने की लगातार खबरें आ रही हैं।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। आधिकारिक ने आगे बयान में कहा, "ऐसे ही एक ऑपरेशन में शनिवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और आगे की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।"

आरोपियों की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए जुटे लोग

मणिपुर पुलिस के बयान कहा गया है कि आरोपियों की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ गए और "पोरोम्पैट पुलिस स्टेशन (इम्फाल पूर्वी जिले में)" पर हमला करने की कोशिश की। लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे, जिससे भीड़ तितर-बितर हो गई।

आरएएफ के एक कर्मी समेत कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं

बयान में कहा गया है कि हंगामे के दौरान आरएएफ के एक कर्मी समेत कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं। इसमें कहा गया है कि मणिपुर पुलिस इस तरह की छापेमारी/अभियान चलाने और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने के लिए सभी प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इससे पहले एक जवान की हत्या हुई

इससे पहले पीआरओ, कोहिमा और इंफाल के रक्षा मंत्रालय ने 17 सितंबर को जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय सेना के एक सिपाही सर्टो थांगथांग कोम का 3 अज्ञात बदमाशों ने अपहरण किया था, जिन्होंने बाद में उनकी हत्या कर दी।

सिपाही सर्टो थांगथांग कोम की उम्र 41 वर्ष थी। यह घटना उनके साथ उस दौरान घटी जब वे इंफाल पश्चिम के तरुंग स्थित अपने घर छुट्टी पर थे। मंत्रालय ने कहा कि थांगथांग कोम को डीएससी प्लाटून, लीमाखोंग, मणिपुर में तैनात किया गया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चे हैं।

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