Manipur Violence: स्कूल-कॉलेज बंद, 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात; अमित शाह की हाई-लेवल मीटिंग; NSA डोभाल भी होंगे शामिल
Manipur Violence मणिपुर में राहत शिविर से लापता महिलाओं और बच्चों के शव मिलने के बाद हिंसा भड़क उठी थी। भीड़ ने तीन मंत्रियों और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के दामाद समेत छह विधायकों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी के अलावा दो चर्चों और तीन घरों को भी फूंक दिया था। बताया जाता है कि महिलाओं और बच्चों की उग्रवादियों ने हत्या की है।
पीटीआई, नई दिल्ली। Violence In Manipur। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की आग तेज हो चुकी है। पिछले साल मई महीने से ही राज्य जातीय संघर्ष से जूझ रहा है।
केंद्र सरकार ने गृह मंत्रालय व सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर मणिपुर के हालात की समीक्षा की और ताजा हिंसा को रोकने व तनाव करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका सहित अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हो सकते हैं।
5000 से अधिक कर्मियों को भेजा जाएगा मणिपुर
केंद्र सरकार ने मणिपुर में 5,000 से अधिक कर्मियों वाली अतिरिक्त 50 सीएपीएफ कंपनियां भेजने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने 20 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों, सीआरपीएफ से 15 और बीएसएफ से पांच को राज्य में भेजा है।राज्य में 218 सीएपीएफ कंपनियां मौजूद
इस सप्ताह तक अतिरिक्त 50 कंपनियों को मणिपुर भेजने का आदेश दिया गया है। सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि 35 इकाइयां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से ली जाएंगी, जबकि बाकी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से होंगी। फिलहाल, राज्य में कुल 218 सीएपीएफ कंपनियां मौजूद हैं।जिरीबाम जिले में हिंसा भड़कने और अन्य स्थानों पर फैलने के बाद 12 नवंबर को जारी एक आदेश के बाद गृह मंत्रालय (एमएचए) ने 20 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों, सीआरपीएफ से 15 और बीएसएफ से पांच को राज्य में भेजा।
शनिवार को गृह मंत्रालय ने कहा कि मणिपुर में तैनात सभी सुरक्षा बलों को राज्य में व्यवस्था और शांति बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।