मणिपुर में फिर बिगड़ेंगे हालात! विद्रोहियों ने तैयार किए सैन्य ट्रक, असम राइफल्स ने पुलिस से कही ये बात
Manipur Violence मणिपुर में विद्रोही समूहों द्वारा ऐसी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है जिसने असम राइफल्स की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस बीच असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में असम राइफल्स ने लिखा है कि विद्रोही समूहों द्वारा ऐसे ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिस पर अर्धसैनिक बल के प्रतीक चिन्ह बने हुए हैं।
इंफाल, पीटीआई। मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़की थी, जिसके बाद से ही मणिपुर अशांत है। विद्रोही समूहों द्वारा ऐसी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है, जिसने असम राइफल्स की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस बीच असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस को एक पत्र लिखा है।
विद्रोही समूहों ने तैयार किए अर्धसैनिक बलों जैसे ट्रक
इस पत्र में असम राइफल्स ने लिखा है कि विद्रोही समूहों द्वारा ऐसे ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिस पर अर्धसैनिक बल के प्रतीक चिन्ह बने हुए हैं। असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस को पत्र लिखकर कहा है कि काकचिंग जिले में इस तरह के कई ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस ट्रक को अर्धसैनिक बलों के ट्रकों की तरह मॉडिफाई किया गया है।
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चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक को लिखा पत्र
चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में असम राइफल्स ने दावा किया कि मणिपुर में विद्रोही समूह की मदद से कुछ लोगों ने ट्रकों को हासिल किया। इसके बाद उन ट्रकों को असम राइफल्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रकों की तरह डिजाइन किया गया है। इन ट्रकों पर अर्धसैनिक बल के प्रतीक चिन्ह को भी बनाया गया है, ताकि किसी भी तरह की गतिविधियों को आसानी से अंजाम दिया जा सके।
असम राइफल्स ने पुलिस से मांगी जानकारी
पत्र में कहा गया है कि इन ट्रकों को मॉडिफाई किए जाने का मकसद है कि असम राइफल्स की छवि को खराब किया जा सके। साथ ही राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में इसका इस्तेमाल हो सके। असम राइफल्स ने चुराचांदपुर पुलिस से काकचिंग जिले के एसपी और उच्च अधिकारियों से जानकारी साझा करने की अपील की है।
मणिपुर हिंसा में मारे गए 175 लोग
बता दें कि मणिपुर बीते चाह महीने ने हिंसा की आग में झुलस रहा है। 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़की थी। इस हिंसा के बाद से करीब 175 लोग मारे गए हैं। जबकि सैकड़ों लोग इस हिंसा के कारण घायल हुए हैं।
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