Manipur Violence: मैतेयी प्रवासियों का PM Modi को खुला पत्र, शांति बहाली के लिए की ये मांग
Manipur Violence Update मैतेयी एनआरआइ और भारतीय मूल के मैतेयी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर राज्य में शांति और सद्भाव बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में पीएम मोदी से मणिपुर का दौरा करने तथा जातीय हिंसा और चल रही उथल-पुथल से प्रभावित लोगों से मिलने का आग्रह किया है। मणिपुर में छह सितंबर से फिर कालेज खुलेंगे।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Tue, 05 Sep 2023 02:44 AM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र। Manipur Violence Update दुनियाभर से सैकड़ों मैतेयी प्रवासियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक खुला पत्र लिखकर मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने व शांति बहाल के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
'मणिपुर में सामान्य स्थिति और सद्भाव बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की याचिका शीर्षक से जारी पत्र में मैतेयी एनआरआइ और भारतीय मूल के मैतेयी ने मोदी से मणिपुर का दौरा करने तथा जातीय हिंसा और चल रही उथल-पुथल से प्रभावित लोगों से मिलने का आग्रह किया है।
जी20 के लिए कमजोर कड़ी साबित होगी हिंसा
प्रवासियों ने कहा कि भारत जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है और मणिपुर (Manipur Violence Update) में जारी हिंसा इन उपलब्धियों के लिए कमजोर कड़ी साबित होगी। 48 घंटों के भीतर 1,300 से अधिक लोगों ने खुले पत्र पर हस्ताक्षर किए, जिसे सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंप दिया गया।वहीं, मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने सोमवार को पुष्टि की कि राज्य में कालेज छह सितंबर को फिर से खुलेंगे और कहा कि राज्य सरकार शिक्षा को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।यह भी पढ़ेंः 'Manipur हिंसा पर जमीनी हकीकत देखें बिना न दें रिपोर्ट'- एडिटर्स गिल्ड के सदस्यों से CM बीरेन सिंह ने कहा
सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी को शांति बहाली का जिम्मा
हिंसाग्रस्त मणिपुर में शांति स्थापित करने में सरकार की मदद करने के लिए सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।म्यांमार में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाने वाले एक सेवानिवृत्त सेना के अधिकारी कर्नल (सेवानिवृत्त) नेक्टर संजेनबम को पांच साल के कार्यकाल के लिए मणिपुर पुलिस विभाग में वरिष्ठ अधीक्षक (लड़ाकू) नियुक्त किया गया है।
यह भी पढ़ें- Manipur: इंफाल में अंतिम बचे 10 कुकी परिवारों को किया गया शिफ्ट, सामान पैक करने का भी नहीं दिया समयसंजेनबम 21 पैरा (विशेष बल) में सेवा कर चुके हैं। वे दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र और तीसरा सबसे बड़ा शौर्य चक्र से सम्मानित हो चुके हैं।