Manipur Violence: मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा, उग्रवादियों ने छह घरों को किया आग के हवाले
Manipur Violence मणिपुर में हिंसा का आग थम नहीं रही। रविवार को हुए उग्रवादियों ने इस हमले में एक सहित दो लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए थे। रविवार रात सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ दिया। मणिपुर पुलिस ने दावा किया कि उग्रवादियों ने हमले में रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
पीटीआई, इंफाल। उग्रवादियों ने मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के एक गांव में खाली पड़े पांच घरों को जला दिया। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ दिया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि उग्रवादियों ने रविवार को पहाड़ी इलाकों से कोत्रुक और कडांगबांद के घाटी क्षेत्रों की ओर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। उग्रवादी कौत्रुक गांव के बाहरी इलाके तक पहुंच गए थे। उग्रवादियों ने पांच खाली पड़े घरों को जला दिया।
उग्रवादियों ने रॉकेट और ग्रेनेड से किए हमला
रविवार को हुए उग्रवादियों ने इस हमले में एक सहित दो लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए थे। रविवार रात सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ दिया। मणिपुर पुलिस ने दावा किया कि उग्रवादियों ने हमले में रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। मणिपुर सरकार ने राज्य पुलिस को इंफाल पश्चिम जिले से सटे इलाकों में तलाशी अभियान चलाने का आदेश दिया है।
केंद्रीय बलों को राज्य से वापस लिया जाए: भाजपा विधायक
गृह आयुक्त ने पुलिस महानिदेशक से हमले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने और इलाके में निगरानी बढ़ाने के लिए कदम उठाने को कहा है।इस बीच राज्य के भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने कहा कि मणिपुर में लगभग 60 हजार केंद्रीय बलों की मौजूदगी के बावजूद शांति नहीं आ रही है, इसलिए केंद्रीय बलों को राज्य से वापस लिया जाए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में इमो सिंह ने कहा कि राज्य सुरक्षा कर्मियों को कार्यभार संभालने दिया जाना चाहिए।इमो सिंह ने केंद्र सरकार से उन उग्रवादी और विद्रोही समूहों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का भी आह्वान किया, जिन्होंने आपरेशन सस्पेंशन (एसओओ) समझौते के नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने शाह से इन समूहों के साथ एसओओ समझौते रद करने का आग्रह किया।यह भी पढ़ें: Manipur Violence: 'मणिपुर से फोर्स हटा लीजिए', भाजपा विधायक ने अमित शाह से केंद्रीय बलों को हटाने की क्यों की मांग?