मणिपुर में मंत्री ने घर के चारों ओर लगवाई कांटेदार बाड़, सुरक्षाकर्मियों के लिए बनाए बंकर
Manipur Violence मणिपुर में हालात कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वहां के मंत्री को हमलावरों से बचने के लिए कांटेदार बाड़ लगाना पड़ रहा है। उनके सुरक्षाकर्मियों के लिए अस्थायी बंकर की व्यवस्था भी की गई है। उनके घर पर 16 नवंबर को भीड़ ने हमला भी किया था। राज्य में हिंसा से अब तक 258 लोगों की जान जा चुकी है।
पीटीआई, इंफाल। मणिपुर के एक मंत्री ने भीड़ के हमले से बचने के लिए अपनै पैतृक घर के चारों ओर कांटेदार तार की बाड़ और लोहे का जाल तैयार कराया है। सुरक्षाकर्मियों के लिए अस्थायी बंकर की व्यवस्था भी की गई है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक मंत्री एल सुसिंद्रो मैतेयी का घर इंफाल पूर्वी जिले के खुरई में है। यहां 16 नवंबर को भीड़ ने हमला किया था। मंत्री ने बताया कि पिछले साल तीन मई को हुए हमले के बाद से तीसरी बार 16 नवंबर को उनकी संपत्तियों पर हमला किया गया, जबकि पुलिस ने 16 नवंबर को तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर हमले के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की हुई पहचान
प्रदर्शनकारियों ने छह लापता लोगों के शव मिलने पर इनके घरों को निशाना बनाया था। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि 16 नवंबर को प्रदर्शनों के दौरान मंत्रियों और विधायकों के घरों को निशाना बनाने वालों की पहचान कर ली गई है। इस बीच, मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने बताया कि राज्य में गत वर्ष मई से भड़की हिंसा में अब तक 258 लोगों की जान जा चुकी है।उन्होंने बताया कि केंद्र की ओर से राज्य में सीएपीएफ की करीब 90 कंपनियां (तकरीबन 10000 जवान) और भेजी जाएंगीं। राज्य में 198 कंपनियां पहले से मौजूद हैं। कुलदीप सिंह ने इंफाल में सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद कहा, 'आतंकवादियों सहित कुल 258 लोगों की मौत हुई है। मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों में तोड़फोड़ और आगजनी के सिलसिले में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि लूटे गए करीब 3,000 हथियार बरामद किए गए हैं।'
राज्य को मिलेंगी सीएपीएफ की 90 कंपनियां
उन्होंने कहा, 'हमें सीएपीएफ की लगभग 90 कंपनियां मिल रही हैं, जो राज्य में पहले भेजी गई 198 कंपनियों से अधिक हैं। उनमें से काफी संख्या में कंपनियां पहले ही इंफाल पहुंच चुकी हैं। हम नागरिकों और संवेदनशील स्थानों की जान-माल की सुरक्षा के लिए बलों का वितरण कर रहे हैं।'नौ लोगों का किया गया अंतिम संस्कार
मणिपुर के जिरीबाम जिले में शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच तीन महिलाओं और तीन बच्चों समेत नौ लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। ये सभी मैतेयी समुदाय से थे। 16 नवंबर को तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिले थे। ये लोग 11 नवंबर से लापता थे। शव मिलने के बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया था।