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Manipur Violence: 'मणिपुर में एक साल बाद भी शांति नहीं…', संघ प्रमुख बोले- राज्य की स्थिति पर हो गंभीरता से विचार

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को एक साल बाद भी मणिपुर में शांति बहाल नहीं होने पर चिंता जताई और कहा कि संघर्ष से जूझ रहे राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता से विचार किया जाना चाहिए। संघ प्रमुख ने चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने आने वाली समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Mon, 10 Jun 2024 11:46 PM (IST)
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मणिपुर में एक साल बाद भी शांति नहीं- संघ प्रमुख मोहन भागवत
पीटीआई, नागपुर। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को एक साल बाद भी मणिपुर में शांति बहाल नहीं होने पर चिंता जताई और कहा कि संघर्ष से जूझ रहे राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता से विचार किया जाना चाहिए। डा. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर में 'कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय' के समापन कार्यक्रम में आरएसएस प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों और समाज में संघर्ष अच्छा नहीं है।

राज्य में 10 साल पहले शांति थी- संघ प्रमुख

संघ प्रमुख ने चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने आने वाली समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कहा कि मणिपुर पिछले एक साल से शांति का इंतजार कर रहा है। राज्य में 10 साल पहले शांति थी। ऐसा मालूम पड़ता था कि वहां बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है, लेकिन राज्य में अचानक हिंसा देखी गई।

मणिपुर की स्थिति पर हो विचार

भागवत ने कहा कि मणिपुर की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार करना होगा। चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने आने वाली समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

राज्य में पिछले साल भड़की थी हिंसा

मणिपुर में पिछले साल मई में मैतेयी और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। तब से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि बड़े पैमाने पर हुई आगजनी के कारण हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। इस आगजनी में घरों और सरकारी इमारतों को नुकसान पहुंचा है। पिछले कुछ दिनों में जिरीबाम से ताजा हिंसा की खबरें आई हैं।

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