Manipur Violance: मणिपुर में नहीं रुक रही हिंसा… सुरक्षाबल के साथ झड़प में एक की मौत, NIA करेगी जांच
Manipur Violence 11 नवंबर को अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और जिरीबाम के जकुराधोर स्थित सीआरपीएफ शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसके बाद सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी निर्देश के बाद इन मामलों को अपने हाथ में ले लिया है।
Manipur Violence: पीटीआई, इंफाल। मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। जिरिबाम जिले में उग्र भीड़ और सुरक्षाबलों के बीच झड़प के दौरान हुई गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है। इंफाल घाटी में कफ्र्यू जारी है। सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। विश्वविद्यालयों समेत शिक्षण संस्थान 19 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। सुरक्षाबलों ने गश्त तेज कर दी है।
एक व्यक्ति की मौत
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मणिपुर में हिंसा की तीन घटनाओं की जांच अपने हाथ में ले ली है। पुलिस ने गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो जाने की पुष्टि सोमवार को की है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि गोलीबारी किसने की। प्रत्यक्षदर्शियों ने सुरक्षा बलों की ओर से गोलीबारी किए जाने का दावा किया है।
मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?
झड़प रविवार देर रात उस समय हुई जब प्रदर्शनकारी जिरीबाम थाना क्षेत्र के बाबूपारा में संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। मृतक की पहचान 20 वर्षीय के. अथौबा के रूप में हुई है। गौरतलब है कि राहत शिविर से लापता महिलाओं और बच्चों के शव मिलने के बाद शनिवार को हिंसा भड़क उठी थी।