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'मणिपुर मुद्दे को सनसनीखेज बना रही है कांग्रेस', खरगे के आरोप पर जेपी नड्डा ने किया पलटवार

मणिपुर में हुई ताजा हिंसा पर चिंता जताते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति के हस्तक्षेप की मांग की थी। खरगे के इस पत्र की बीजेपी ने आलोचना की। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य ने कांग्रेस के शासन में इतिहास का सबसे खूनी दौर भी देखा है।

By Agency Edited By: Abhinav Tripathi Updated: Fri, 22 Nov 2024 12:19 PM (IST)
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मणिपुर में हिंसा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने (फोटो- जागरण)
एएनआई, नई दिल्ली। Manipur Violence: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मणिपुर में जारी हिंसा पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे गए पत्र की आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी राज्य में चल रहे तनाव और अशांति के बीच इस मुद्दे को 'सनसनीखेज' बनाने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस पत्र को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ उठाने और अपने नापाक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस झूठी, गलत और राजनीति से प्रेरित कहानी गढ़ रही है। वहीं, नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्य ने उसके शासन में इतिहास का सबसे खूनी दौर भी देखा है।

मणिपुर मामले पर कांग्रेस-बीजेपी आमने सामने

मणिपुर में बिगड़े हालात ने भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक टकराव को और बढ़ा दिया है। दोनों राजनीतिक दल मणिपुर में जारी हिंसा के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मणिपुर में जारी हिंसा पर चिंता जताते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा था।

अपने पत्र में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों पर पिछले 18 महीनों में मणिपुर में शांति बहाल करने में "पूरी तरह से विफल" होने का आरोप लगाया था और राष्ट्रपति के हस्तक्षेप की मांग की थी। खरगे के इस पत्र की बीजेपी ने जमकर आलोचना की।

बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार

मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी खरगे को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया, "चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस पार्टी मणिपुर की स्थिति को सनसनीखेज बनाने के लिए बार-बार प्रयास कर रही है." उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत की प्रगति को पटरी से उतारने के लिए विदेशी ताकतों के गठजोड़ का समर्थन और प्रोत्साहन देने वाले कांग्रेस नेताओं का पैटर्न 'चिंताजनक' है।

नड्डा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से सवाल किया कि क्या यह विफलता कांग्रेस की सत्ता की लालसा का परिणाम है या लोगों को विभाजित करने और लोकतंत्र को दरकिनार करने की सावधानीपूर्वक तैयार की गई रणनीति का हिस्सा है? कांग्रेस यह भूल गई है कि उनकी सरकार ने विदेशी आतंकवादियों के भारत में अवैध प्रवास को वैध बनाया है।

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कांग्रेस शासन में मणिपुर ने देखा काला दौर: बीजेपी

वहीं, जेपी नड्डा ने अपने पत्र में कहा, "मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि कांग्रेस के शासन में मणिपुर ने इतिहास के सबसे खूनी दौर में से एक देखा है। 90 के दशक के काले दौर के अलावा, जब बड़े पैमाने पर हिंसा के कारण हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हुए, अकेले 2011 में मणिपुर ने 120 दिनों से अधिक समय तक पूर्ण नाकेबंदी देखी।"

पूर्वोत्तर में हुए तमाम बदलाव

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार ने पूर्वोत्तर के राज्यों में अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और विकास के अवसरों जैसे क्षेत्रों में बदलाव किया है। पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वारा किए गए झूठे वादों के विपरीत एनडीए सरकार द्वारा प्रदान की गई स्थिरता पर बार-बार अपना भरोसा दिखाया है।