मणिपुर में जो हो रहा है वह मिजोरम, नगालैंड तक फैल सकता है, ललन सिंह ने संसद में हिंसा को लेकर जताई चिंता
बीजेपी की पूर्व सहयोगी जदयू के ललन सिंह ने एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा “आप मणिपुर को हल्के में नहीं ले सकते। आज जो घटना मणिपुर में हुई कल मिजोरम में होगी परसों नगालैंड में हो सकती है और इसका असर पूरी पूर्वोत्तर सीमा पर पड़ेगा। आप मामले की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं।
दिल्ली, एजेंसी। जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद राजीव रंजन सिंह 'ललन' ने मणिपुर में हिंसा पर केंद्र की घेरते हुए कहा कि राज्य में फैली अशांति नगालैंड और मिजोरम तक फैल सकती है और पूरी पूर्वोत्तर सीमा को प्रभावित कर सकती है।
बीजेपी की पूर्व सहयोगी जदयू के ललन सिंह ने एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा, “आप मणिपुर को हल्के में नहीं ले सकते। आज जो घटना मणिपुर में हुई, कल मिजोरम में होगी, परसों नगालैंड में हो सकती है और इसका असर पूरी पूर्वोत्तर सीमा पर पड़ेगा। आप मामले की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं।"
राज्य के लोग सरकार पर विश्वास खो रहे- ललन सिंह
जदयू नेता ने कहा, मणिपुर में "डबल इंजन सरकार है, फिर भी राज्य के लोग सरकार पर विश्वास खो रहे हैं। दोनों समुदायों के बीच बहुत नफरत है, दोनों समुदायों ने सरकार पर विश्वास खो दिया है। वे मणिपुर की स्थिति के लिए दोनों सरकारों (केंद्र और राज्य) को दोषी ठहरा रहे हैं।"
पीएम मोदी की चुप्पी पर उठाया सवाल
ललन सिंह ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "मणिपुर जल रहा है और एक भी शब्द नहीं बोला गया है। इतनी बड़ी घटना हुई और पीएम ने एक भी शब्द नहीं बोला।" उन्होंने आगे कहा कि आप देश की अन्य घटनाओं से तुलना करके मणिपुर को उचित ठहरा रहे हैं। क्या यह प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी नहीं है कि वह इस मामले पर कुछ कहें?''
जदयू नेता ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में चुनावी हार को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी तंज किया। ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि वे हिमाचल प्रदेश जीतेंगे, लेकिन उनकी भविष्यवाणी विफल रही। इसी तरह, वे कर्नाटक भी हार गए और इसी तरह वे 2024 का चुनाव भी हार जाएंगे।"